पीएम नरेन्द्र मोदी तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं। अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कई परियोजनाओं की सौगात दी। दौरे के दूसरे दिन यानी मंगलवार को पीएम मोदी बनासकांठा पहुंचे । मोदी बनास डेयरी संकुल में बहुद्देश्यी परियोजनाओं की सौगात दी। मंगलवार दोपहर पीएम जामनगर में परंपरागत औषधि के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के ग्लोबल आयुष सेंटर की आधारशिला रखेंगे।
– पीएम मोदी ने आलू प्रोसिसंग यूनिट का भी उद्घाटन किया।
– गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनासकांठा के दियोदर में डेयरी परिसर का लोकार्पण किया।
– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बनासकांठा के दियोदर में स्वागत किया गया।
– पीएम यहां 600 करोड़ रुपये की लागत से बना डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन करेंगे।
बनासकांठा में बना नया डेयरी काम्प्लेक्स और आलू प्रोसेसिंग प्लांट
पीएम मोदी ने बनासकांठा में नया डेयरी काम्प्लेक्स और आलू प्रसंस्करण संयंत्र देशवासियों को समर्पित किया। नया डेयरी काम्प्लेक्स और आलू प्रसंस्करण संयंत्र 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। नया डेयरी काम्प्लेक्स एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। इस डेयरी काम्प्लेक्स में रोजाना 30 लाख लीटर दूध को प्रोसेस किया जा सकेगा। इसके अलावा यहां 80 टन मक्खन, एक लाख लीटर आइसक्रीम, 20 टन खोया और 6 टन चाकलेट का उत्पादन होगा। आलू प्रसंस्करण संयंत्र विभिन्न प्रकार के प्रसंस्कृत आलू उत्पादों का उत्पादन करेगा, जैसे फ्रेंच फ्राइज, आलू के चिप्स और आलू टिक्की, अन्य चीजों के साथ पैटीज, इनका कई अन्य देशों में निर्यात किया जाएगा।
डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन का करेंगे शिलान्यास
दोपहर करीब साढ़े तीन बजे पीएम मोदी जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीसीटीएम) का शिलान्यास करेंगे। इस दौरान मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ट्रेडोस अढानम घेब्रेयेसस भी मौजूद रहेंगे। जीसीटीएम दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा के लिए पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र होगा। यह ग्लोबल वेलनेस के अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में उभरेगा।
डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक ने दी बधाई
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डा. पीके सिंह ने कहा कि मैं डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन की मेजबानी करने के लिए भारत सरकार को बधाई देती हूं। यह वैश्विक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने के लिए पारंपरिक चिकित्सा की पूरी क्षमता का उपयोग करने के उद्देश्य से एक पहल है। जामनगर में ग्लोबल सेंटर उत्कृष्टता का केंद्र होगा जो साक्ष्य और सीखने के उपयोग को बढ़ावा देगा और सुरक्षित, प्रभावी और साक्ष्य-आधारित पारंपरिक दवाएं देने में मदद करेगा। ये केंद्र राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों में चिकित्सा की पारंपरिक प्रणालियों के अंतर-निर्माण की सुविधा प्रदान करेगा। यह हर उम्र के लोगों के लिए स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने और कल्याण को बढ़ावा देने के SDG 3 लक्ष्य को आगे बढ़ाने में भी काम करेगा।