जोशीमठ के सैकड़ों घरों में दरारें पड़ चुकी हैं. इलाके में दिनोंदिन खतरा बढ़ता जा रहा है. इस आपदा को दूर करने के लिए सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है. वहीं आम लोग भी अपने-अपने स्तर से जोशीमठ के लोगों की मदद कर रहे हैं. ऐसे ही एक मलयाली पादरी कार से जोशीमठ के लोगों की मदद करने राहत सामग्री के साथ निकल पड़े. लेकिन अफसोस, जोशीमठ पहुंचने से पहले ही पादरी की कार खाई में गिर गई. इस हादसे में उनकी मौत हो गई.
तय की 300 किलोमीटर की यात्रा बीते गुरुवार केरल के कोझिकोड जिले के मूल निवासी मेल्विन अब्राहम पल्लीताजयु (37) की कार खाई में गिर गई. उनके कार में जोशीमठ के लोगों के लिए राहत सामग्री थी. मलयाला मनोरमा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को पादरी उत्तराखंड के कोटद्वार से जोशीमठ के लिए अपनी कार से निकले। कोटद्वार जोशीमठ की दूरी 300 किलोमीटर के करीब है. जोशीमठ पहुंचने से पहले उनके दो परिचित और कार में सवार हुए। तीनों जोशीमठ के लिए निकले.
जोशीमठ पहुंचने के ठीक पहले हादसा राहत सामग्री लिए तीनों जोशीमठ पहुंचने ही वाले थे कि कार बर्फ से ढकी सड़क पर फंस गई। पादरी ने अपने दोनों साथियों को कार ने उतरने को कहा और खुद कार को निकालने की कोशिश करने लगे. इसी दौरान पादरी की कार फिसल कर खाई में जा गिरी. खराब मौसम के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हो गई. हादसे के बाद गुरुवार की रात पादरी का शव बरामद किया गया.
वीडियो मैसेज में कहा –
जोशीमठ के लोगों की मदद के लिए निकलने से पहले पादरी ने एक वीडियो भी बनाया था। वीडियो में पादरी ने कहा था कि मैं यहां सुबह दस बजे से ये यात्रा शुरू कर रहा हूं। मैं राहत सामग्री के साथ पहाड़ों की यात्रा करने जा रहा हूं। सुबह धूप है और मौसम अच्छा है।बता दें कि जोशीमठ में भू-धंसाव से लोग परेशान हैं। लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर रोजमर्रा की जरूरतों तक के लिए लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। इस आपदा की असल वजह क्या है इसपर अभी जांच हो रही है। सरकार मामले की जांच कर रही है। जोशीमठ के लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है।