सितारगंज एक इंटर फेल व्यक्ति शिक्षा विभाग में 23 वर्षों तक फर्जी तरीके से शिक्षक बनकर बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करता रहा, लेकिन इसकी भनक किसी को नहीं लग पायी.
जानकारी के अनुसार हरि किशोर नाम का आरोपित आनंद स्वरूप के फर्जी नाम से 23 वर्षो तक राजकीय प्राथमिक विद्यालय जेल कैम्प रूदपुर, शक्तिफार्म में शिक्षक के पद पर कार्यरत रहा. इधर उसकी आनंद स्वरूप के नाम से लगाई गई बीटीसी की डिग्री जांच में फर्जी निकली. इससे उसका राज खुल गया
उसने आनंद स्वरूप के अनुक्रमांक से प्रमाणपत्रों की गुमशुदी दर्ज कटा कट यूपी बोर्ड से डुप्लीकेट सर्टिफिकेट निकाल लिए थे. अपने इस फर्जीवाड़े का राज बचाने के लिए उसने विद्यालय में नौकरी के दौरान कभी भी अपनी फोटो नहीं खिचवाई. अपने बैंक खाते में आधार कार्ड भी लिंक नहीं किया था. वह बैंक से लेन-देन भी नगद ही करता था.
पुलिस की जांच में सामने आया है कि हरि किशन शुरू से ही शातिर दिमाग का रहा है. वह इंटर में फेल हुआ तो उसे आनंद स्वरूप नाम के युवक का अनुक्रमांक किसी के माध्यम से मिल गया. हरिकिशन ने कांठ थाना शाहजहांपुर यूपी में आनंद स्वरूप के शैक्षिक, जाति व दूसरे प्रमाणपत्र खोने की रिपोर्ट लिखाई, और यूपी बोर्ड से डुप्लीकेट सर्टिफिकेट जारी करवा लिए.
दूसरे व्यक्ति के इन्हीं सर्टिफिकेट के माध्यम से उसने आनंद स्वरूप के नाम से वर्ष 2002-03 में बीटीसी की फर्जी डिग्री बनवाकर नारायणपुर जसपुर का पता लिखकर उसके शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के आधार पर शिक्षक की नौकरी प्राप्त कर ली. 23 वर्ष तक उसकी इस हरकत को कोई नहीं पकड़ पाया. लेकिन इधर प्रदेश में अध्यापकों की शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच हुई तो आनन्द स्वरूप की बीटीसी की डिग्री फर्जी निकली. इससे उसका राज परत-दर-परत फास हो गया.