उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने सेलाकुई थाना क्षेत्र में छापेमारी कर इस गिरोह के दो लोगों को सीएससी सेंटर से गिरफ्तार किया है गिरफ्तार किये गये आरोपियों का नाम इदरीश खान और रोहिल मलिक है ये दोनों ही सीएससी सेंटर को चलाते थे ये लोग फर्जी आधार कार्ड, जन्मप्रमाण पत्र, फर्जी सरकारी दस्तावेज बनाने का काम करते थे साथ ही ये आरोपी विदेशी मूल के लोगों का भारतीय और उत्तराखंड के दस्तावेज भी तैयार करते थे.
सीएससी सेंटर से कई व्यक्तियों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के संबंध अंतर्राज्यीय गिरोह के साथ होने का अंदेशा है. उनके पास से एयरटेल पेमेंट बैंक की फर्जी मुहर के साथ कई व्यक्तियों के सत्यापन प्रपत्र को भी बरामद किया गया है. इससे पहले भी दिसंबर माह में एसटीएफ ने ऋषिकेश क्षेत्र में इसी तरह के फर्जी सेंटर का पर्दाफाश किया था.
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने एसटीएफ को सूचना मिली थी कि देहरादून जिले में सेलाकुई क्षेत्र के अंतर्गत स्थित कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) में कई व्यक्तियों के जन्म प्रमाण पत्र फर्जी वेबसाइटों के आधार पर तत्काल तैयार किए जा रहे हैं. इन जाली जन्म प्रमाण पत्रों के आधार पर नए आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं। इस सूचना की तस्दीक के लिए एसटीएफ की एक टीम को तैयार किया गया। इस टीम ने सेलाकुई क्षेत्र में जाकर जांच की गई तो पाया कि संबंधित आधार सेंटर इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त है.
एसटीएफ टीम ने सीएससी सेंटर में छापा मारकर उसके संचालक ऑपरेटर को गिरफ्तार किया. छापे के दौरान आधार सेंटर से कई व्यक्तियों के विभिन्न राज्यों के सरकारी चिकित्सालय की मोहर के साथ जारी किए गए कई लोगो के जाली जन्म प्रमाण पत्र बरामद किए गए। इसके अलावा 26 व्यक्तियों के आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं.
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया गया कि उनके बिहार और झारखंड में कई व्यक्तियों के साथ संपर्क हैं. जो कि उनके लिए फर्जी वेबसाइट तैयार करते हैं. उन वेबसाइट पर किसी व्यक्ति का नाम, पता, उम्र व जन्मस्थान, जनपद का नाम भरने के बाद उस जनपद के किस राजकीय चिकित्सालय से जन्म प्रमाण पत्र बनवाना है, का ऑप्शन आता है. उसको अंकित करने के बाद संबंधित राजकीय चिकित्सालय की ओर से जारी किया गया संबंधित व्यक्ति का जाली जन्म प्रमाण पत्र हुबहू तैयार हो जाता है. इसमें कोई भी किसी प्रकार का संदेह नहीं रहता है.
इसी के आधार पर आगे सभी पहचान पत्र इत्यादि आसानी से तैयार हो जाते हैं. उन्होने ये भी बताया कि सेलाकुई क्षेत्र में बाहरी राज्यों से काफी मजदूर कार्य करने के लिए आते हैं. जिनकी उम्र कम होती है तो उनकी उम्र को इन जाली जन्म प्रमाण पत्रों के माध्यम से बढ़ाकर फैक्ट्रियों में आसानी से कार्य मिल जाता है. जाली प्रमाण पत्र के आधार पर ही यूआईडीआई की वेबसाइट पर आधार कार्ड का भी अपडेशन हो जाता है.
गिरफ्तारी के दौरान एसटीएफ को भारी मात्रा में आधार कार्ड, जाली जन्म प्रमाण पत्र के अलावा अन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। इसके अलावा उन सभी फर्जी वेबसाइट का भी पता चला है, जिनके माध्यम से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र आदि पहचान पत्र बनाए थे. इसके अलावा अभियुक्तों से एयरटेल पेमेंट बैंक की जालिम मोहरे भी बरामद हुई है. इसके माध्यम से अभियुक्त किसी व्यक्ति का सत्यापन का कार्य करते थे. एसटीएफ की ओर से आगे यह भी जांच की जा रही है कि अभियुक्त एयरटेल पेमेंट बैंक की मुहर से कौन-कौन से फर्जी कार्य करते हैं. साथ ही किन किन लोगों के बैंक खाते एयरटेल पेमेंट बैंक में खुलवाए गए हैं.