उत्तराखंड वन दरोगा चयनित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वन दरोगा भर्ती -2019 के संबंध में मुलाकात की। इस दौरान अभ्यर्थियों ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के भर्ती निरस्तीकरणी के निर्णय को अव्यावहारिक व अन्यायपूर्ण बताया.
अभ्यर्थियों का कहना है कि ऑनलाइन माध्यम में संपन्न भर्ती को निरस्त करने से जहां अभ्यर्थियों के समय और पैसों की बर्बादी होती है, वहीं डिजिटलीकरण की ओर जा रहे सुधारात्मक पहलों को झटका लगता है. वही ऑफलाइन परीक्षाओं में पेपर लीक के प्रकरण थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.
उन्होंने कहा कि, सितम्बर से वन दरोगा भर्ती में अभी तक मात्र 8 नकलचियों के नाम सामने आए हैं, जिसका कारण परीक्षा में उपलब्ध तकनीकी सहयोग हैं. ऑनलाइन मोड होने के कारण व्यापक स्तर पर नकल न होने की खबर की पुष्टि पूर्व एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह द्वारा स्वयं की गई.
अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप भर्ती परीक्षा में न्याय की गुहार की. मुख्यमंत्री धामी ने इस पर विचार करने के लिए हामी भरी गई. ज्ञापन सौंपने वाले चयनित अभ्यर्थियों में योगेश, इप्सा, पारिशी, स्मृति एवं आशीष प्रमुख रहे.