राज्य के चंपावत जिले से खबर सामने आ रही है जहां एक होटल स्वामी ने ईमानदारी का परिचय देते हुए न केवल उत्तराखण्ड के लोगों का गौरव बढ़ाया है बल्कि अपने होटल में चाय नाश्ते के लिए रूके एक यात्री के लाखों रुपये के सोने के जेवरात और 50 हजार रुपये की नकदी से भरा बैग वापस लौटा कर ईमानदारी की मिसाल पेश की है.
लाखों रूपयों का सामान वापस मिलने पर जहां यात्री ने राहत की सांस ली है वहीं वह होटल स्वामी की इस ईमानदारी भरे कार्य के लिए उनका धन्यवाद अदा करते नहीं थक रहे हैं. इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों द्वारा भी होटल स्वामी के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की जा रही है.
जानकारी के अनुसार मूल रूप से राज्य के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र के रहने वाले कृष्णा नगन्याल अपने परिवार के साथ धारचूला से हल्द्वानी की ओर जा रहे थे. बताया गया है कि इसी दौरान वह चम्पावत से करीब छह किमी पहले मानेश्वर के पास रावत भोजनालय में नाश्ते के लिए रूके.
नाश्ता करने के बाद वह वहां से चले गए परन्तु उनका बैग होटल में ही रह गया। बताया गया है कि होटल में छूटे इस बैग में 10 तोला सोना और 50 हजार की की नगदी थी. जब कृष्णा नगन्याल चम्पावत से करीब 30 किमी दूर चल्थी पहुंचे तो उन्हें बैग गाड़ी में कहीं नहीं दिया. जिस पर वह काफी परेशान हो गए और उन्होंने चंपावत पुलिस से मदद की गुहार लगाई.
घटना की सूचना मिलने पर चंपावत पुलिस ने बैग की छानबीन शुरू की. इस क्रम में जब चंपावत पुलिस की टीम रावत भोजनालय में पहुंची तो होटल स्वामी पुष्कर रावत ने न केवल बैग होटल में छूटने की बात स्वीकारी बल्कि उसे सकुशल पुलिस के सुपुर्द भी कर दिया.