राज्य के शहरी, ग्रामीण आबादी क्षेत्र के आसपास वन भूमि पर धार्मिक स्थलों और अन्य गतिविधियों की आड़ में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किए गए हैं। वन भूमि पर हुए इन अतिक्रमणों को शासन ने गंभीरता से लिया है। इसके साथ ही अतिक्रमणों को हटाते हुए वन भूमि को खाली कराने के निर्देश मिले हैं।
प्रदेश में वन भूमि पर बड़े पैमाने पर धार्मिक स्थलों और अन्य गतिविधियों के नाम पर अतिक्रमण हुए हैं। शासन के निर्देश पर वन मुख्यालय की ओर से ऐसे अतिक्रमणों को चिह्नित करने के साथ ही कार्रवाई के लिए मुख्य वन संरक्षक, वन पंचायत एवं सामुदायिक वानिकी डॉ.पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
इस संबंध में प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) विनोद कुमार सिंघल की ओर से बुधवार को आदेश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि संज्ञान में आया है कि राज्य के शहरी, ग्रामीण आबादी क्षेत्र के आसपास वन भूमि पर धार्मिक स्थलों और अन्य गतिविधियों की आड़ में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किए गए हैं। वन भूमि पर हुए इन अतिक्रमणों को शासन ने गंभीरता से लिया है। इसके साथ ही अतिक्रमणों को हटाते हुए वन भूमि को खाली कराने के निर्देश मिले हैं।
हटाने की कार्रवाई करेंगे सुनिश्चित
नोडल अधिकारी बनाए गए वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी डॉ.पराग मुधकर धकाते से कहा गया है कि वह ऐसे अतिक्रमणों और अन्य गतिविधियों की सूचनाएं एकत्र करने के साथ ही इन्हें हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। इस काम की प्रत्येक दिन समीक्षा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट धकाते प्रतिदिन हॉफ को देंगे और वह शासन को अवगत कराएंगे।