कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास की पहले भी विधानसभा सत्र के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी। तब उन्हें सत्र छोड़कर जाना पड़ा था। बुधवार को एक बार फिर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी। दोपहर करीब एक बजे सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था।
राज्य से एक दुखद खबर सामने आ रही है। बता दें कि राज्य के परिवहन मंत्री चंदन राम दास (Chandan Ramdas News) अब नहीं रहे। बताया जा रहा है कि लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे केबिनेट मंत्री चंदन रामदास। ऐसे में आज उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। निधन की खबर मिलते ही भाजपा समेत पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ पड़ी। वहीं उनके निधन पर सीएम धामी समेत कई नेताओं ने शोक जताया है।
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि- मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी चंदन राम दास के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
बताया गया कि बुधवार को अचानक मंत्री चंदन राम दास की तबीयत खराब हुई। जिसके बाद उन्हें बागेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन कुछ देर के बाद ही उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं कैबिनेट मंत्री के निधन पर उत्तराखंड में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है।
बताते चलें कि उत्तराखंड बीजेपी के नेता रहे चंदन राम दास का राजनीतिक सफर 1980 में शुरू हुआ था। उन्होने 2006 में बीजेपी ज्वाइन की। इसके बाद 2007 में पहला विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद चंदन राम दास 2007, 2012, 2017 और 2022 में जीत दर्ज कर लगातार चार बार विधायक बने थे
मंत्री चंदन रामदास के निधन पर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। 26 से 28 अप्रैल तक राजकीय शोक रहेगा।