उत्तराखंड के चमोली में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैलने से हुआ दर्दनाक हादसा जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग बुरी तरह झुलसे हैं।
मृतकों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं। चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं इससे 11 लोग झुलसे हैं। जिसमें से छह लोगों को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। वहीं, पांच लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रात में यहां रहने वाले केयर टेकर का सुबह फोन नहीं लग रहा था। जिसके बाद परिजनों ने साइट पर आकर खोजबीन की। तब सामने आया कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हुई है।
सूचना मिलते ही परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए। जब वह यहां पहुंचे तो पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान वहां दोबारा से करंट फैल गया। जिसकी चपेट में कई लोग आ गए।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने करंट से लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। उन्होंने डीएम चमोली से घटना की जानकारी ली।