चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफलता पूर्वक लैंडिंग के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की।
उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक चंद्रयान-3 की सफलता के बाद जश्न के साथ ही गर्व और रोमांच का माहौल है। लोगों ने एक दूसरे का मिठाई खिलाकर बधाई दी। साथ ही हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाए। शाम छह बजकर चार मिनट पर बच्चों से लेकर नौजवान और बुजुर्ग हर कोई जश्न में डूबा नजर आया।
राजधानी देहरादून में घंटाघर पर लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। वहीं, स्कूलों में चंद्रयान-की लाइव लैंडिंग देख रहे छात्रों ने भारत माता की जय के नारे लगाए और खूब डांस किया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी का कहा कि “मैं इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देना चाहता हूं…भारत का विज्ञान और तकनीक पूरी दुनिया को दिशा देगी।
मसूरी में लोगों ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग होते ही मिठाई बांटी और डांस किया। साथ ही एक दूसरे को बधाई दी।