भारत में ऐसे कई मंदिर है जिनके रहस्य लोगों को हैरान कर देते हैं. एक ऐसा ही मंदिर देवभूमि उत्तराखंड में है ,जहा दूर दराज से भक्त मां के दर्शन करने के लिए आते है, हम बात कर रहे है मां धारी देवी के मंदिर के बारे में।
उत्तराखंड के श्रीनगर क्षेत्र में मां धारी देवी का मंदिर है, मां धारी देवी को उत्तराखंड की रक्षक भी माना जाता है और यहां मंदिर मां काली को समर्पित है। धारी देवी मंदिर में मां का ऊपरी भाग यानी सिर है।निचला भाग यानी धड़ कालीमठ में मां मेठना के नाम से प्रसिद्ध है।
दिन में तीन बार बदलती है मां अपना रूप
धारी देवी की महिमा अपरंपार है, यह मंदिर झील के ठीक बीचों बीच स्थित है, मंदिर के बारे में मान्यता है की मां उत्तराखंड की रक्षा करती है। यही नही इस मंदिर में माता की मूर्ति दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है।बता दे की मूर्ति सुबह के समय में एक कन्या की तरह दिखाई देती है, दिन के समय में युवती और शाम को एक बूढ़ी महिला की तरह नजर आती है।जो काफी हैरान कर देने वाला है,और काफी चमत्कारी
भी है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार
मंदिर के पुजारीयों और स्थानिया लोगों का मानना है कि इस मंदिर में माता की यह चमत्कारी मूर्ति द्वापर युग से स्थापित है, ऐसा कहा जाता है कि एक बार बाढ़ में मंदिर बह गया था. माता की मूर्ति भी बाढ़ के साथ बह गई. जिसके बाद यह मूर्ति चट्टान से टकराई और इसमें से ईश्वरीय आवाज आई. जिसने गांव के लोगों को मूर्ति को इस जगह पर स्थापित करने के लिए कहा. तभी गांव के लोगों ने मूर्ति को यहां स्थापित किया. मूर्ति को स्थापित करने के बाद के लोगों ने यहां मंदिर का निर्माण कराया। जिसके बाद से ही यहा मां का मंदिर है,जहा भक्तों की मुराद पुरी होने पर लोग मां के दर्शन के लिए आते है,