लोकसभा और राज्यसभा का माहौल फिलहाल गर्म नजर आ रहा है , जहां संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को जोरदार हंगामा हुआ, हंगामा इतना खतरनाक था कि सीधे संसद के दोनों सदनों से 78 सांसदों को गंभीर चोट आयी, जी हाँ ये चोट कोई मामूली चोट नहीं बल्कि 78 सांसदों को सस्पेंड करने की चोट है, इनमें से 33 लोकसभा और 45 राज्यसभा सांसद है ।लोकसभा से जिन सांसदो को निलंबित किया गया है , उनमें से 30 संसद शीतकालीन सत्र तक सस्पेंड रहेंगे , बाक़ी तीन संसद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक सस्पेंड किया गया है। इसी तरह राज्य सभा से जिन 45 सांसदों को सस्पेंड किया गया उन में से 34 को पूरे सत्र और 11 को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित किया गया है ।
1989 में 63 सांसद हुए थे सस्पेंड
लोकसभा और राज्य सभा में हड़कंप मचा हुआ है , ठीक ऐसा ही हड़कंप साल 1989 में मचा था । जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री हुआ करते थे उस समय कांग्रेस के पास प्रचंड बहुमत थी , तब उस वक़्त एक बारी में ही 63 सांसदों को एक साथ सस्पेंड किया गया था । ये संसद ठक्कर कमीशन की रिपोर्ट पर हंगामा कर रहे थे ठक्कर कमीशन में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या की जाँच की थी जिसके बाद इस पर हंगामा होना लाज़मी था , वही 63 सांसदों के निलंबन के साथ ही चार सांसदों ने भी वाकआउट कर दिया था