उत्तराखंड को वीर भूमि कहा जाता है, यहा से न जाने कितने युवा देश की सेवा में लगे है, कई युवा अपने प्राण को न्यौछावर कर बैठे है वही
जम्मू कश्मीर के पुंछ में एक बार फिर से आतंकियों ने नापाक हरकत की है। पुंछ में आतंकवादियों ने सैन्य वाहन पर हमला कर दिया। जिसमें पांच जवान शहीद हो गये हैं।साथ ही दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गये ।
चमोली का जवान हुआ शहीद
पुंछ के राजौरी हमले में उत्तराखंड के चमोली जिले के नारायणबगड़ विकासखण्ड के बमियाला गांव का जवान बीरेंद्र सिंह शहीद भी शहीद हुए है।बता दे की बीरेंद्र सिंह 15 वीं गढ़वाल रायफल में तैनात थे। शहीद जवान के पार्थिव शरीर को रुड़की लाया जा रहा है, कल शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बमियाला पहुचाया जाऐगा।
दो बेटियों के पिता थे जवान
पुंछ हमले में शहीद हुए उत्तराखंड के लाल अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए हैं। शहीद बीरेंद्र के घर में उनके माता पिता, दो भाई और एक बहन है। शहीद के पिता किसान है। माता गृहणी हैं। वही बीरेंद्र के बड़े भाई आईटीबीपी में तैनात हैं।
घर के छोटे बेटे थे बीरेंद्र
शहीद बीरेंद्र की बहन की शादी हो चुकी है। भाई बहनों में उत्तराखंड के लाल बीरेंद्र सिंह सबसे छोटे बेटे थे, बीरेंद्र सिंह के शहीद होने की खबर के बाद पूरे क्षेत्र में गम का माहौल है,
सीएम धामी ने जताया दुख
पुंछ हमले में शहीद हुए उत्तराखंड के लाल के शहीद होने पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख जताया है। धामी ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरी सरकार शाहिद के परिजनों के साथ खड़ा है ,उन्होने कहा की पूरे राजकीय सम्मान के साथ सहित का अंतिम संस्कार किया जाएगा।