जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के बफलियाज में शहीद हुए राइफलमैन गौतम कुमार के परिजन उनकी शादी की तैयारियों कर रहे थे। बीती 30 सितंबर को ही गौतम की सगाई हुई थी और 11 मार्च को उनकी शादी होने वाली थी, लेकिन उनके बलिदान होने की खबर से शादी की तैयारियों वाला घर मातम में बदल गया।
दो साल से पुंछ में तैनात
रेशम फार्म शिवपुर कोटद्वार निवासी बलिदानी गौतम कुमार के भाई राहुल कुमार ने बताया कि गौतम साल 2014 में सेना के 89 आर्म्ड कोर में भर्ती हुए थे। वह पिछले दो साल से जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में तैनात थे।एक दिसंबर को ही वह 15 दिन की छुट्टी पर घर आया था और 16 दिसंबर को फिर ड्यूटी ज्वाइन की थी।
शादी का था इंतजार
बता दे की शहीद की सितंबर में सगाई हुई थी , पूरा परिवार शादी को लेकर उत्साहित था। लेकिन, बृहस्पतिवार रात 12:30 बजे सेना के अधिकारियों ने फोन पर उन्हें गौतम के बलिदान की खबर दी, जिसके बाद से ही पूरा परिवार सदमे मे है ,ृ
सबसे छोटा बेटा था गौतम
शहीद के भाई राहुल कुमार ने बताया कि दो साल पहले ही उनके पिता का निधन हुआ था। वह शिक्षा विभाग में थे।माता नीलम देवी गृहणी हैं। गौतम चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। दो बहनों की शादी हो चुकी है। गौतम के बलिदान सूचना पर पूरे कोटद्वार में शोक व्याप्त है। बड़ी संख्या में लोग उनके परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।