Dehradun: साल 2025 तक उत्तराखंड राज्य को नशा मुक्त बनाने के मिशन में उत्तराखंड पुलिस लगातार काम कर रही है,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य को नशा मुक्त करने के लिए ड्रग फ्री देवभूमि मिशन 2025 शुरू किया था, लेकिन राज्य में नशा मुक्त के बदले नशे के कारोबार चल रहे है .
महिलाए नशे की तस्करी में लिप्त
उत्तराखंड में यह की महिलाओं ने नशे के खिलाफ आंदोलन चलाए थे, ताकि पहाड़ को नशाखोरियों से बचाया जा सके, लेकिन इसी प्रदेश में अब महिलाएं नशे की तस्करी में लिप्त नजर आ रही है। महिलाए नशे को बेचती नजर आ रही है .
स्मैक की तस्करी करती पकड़ी गई नर्स
कुछ दिन पहले रुद्रपुर में एक महिला नशे की तस्करी के आरोप में पकड़ी गई थी वो मामला शांत ही हुआ था की अब ऐसा की एक मामला देहरादून से सामने आ रहा है . जहां एक प्रशिक्षु नर्स स्मैक की तस्करी करते पकड़ी गई। बता दे की महिला आरोपी के पास से 96 ग्राम स्मैक बरामद हुई, जिसकी कीमत लाखों में हैं। उत्तराखंड में ड्रग्स-फ्री देवभूमि अभियान के तहत एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स नशा तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है।
बरेली से लाई स्मैक
वही पुलिस की पूछताछ में युवती ने बताया कि वह बरेली से स्मैक लाई। जिसे उत्तरकाशी सप्लाई किया जाता था। साथ ही युवती स्कूल-कॉलेजों में भी अपने पैडलरों के जरिए स्मैक बेचती थी। पुलिस की माने तो युवती महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में नर्स की इंटर्नशिप कर रही थी। एसटीएफ उससे पूछताछ कर रही है। इस दौरान पुलिस को दूसरे कई ड्रग्स पैडलरों के बारे में पता चला है। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।