सूबे में अभी तक कुल मिलाकर 1283 अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं , जिसमे से ग्राम्य विकास विभाग ने 1071 और वन विभाग ने 212 अमृत सरोवरों का निर्माण किया। वही मुख्य सचिव ने कहा कि अमृत सरोवरों के निर्माण में गुणवत्ता और मात्रा को ध्यान में रखते हुए इनके माध्यम से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए।
स्थानीय लोगों को मिले रोजगार
राज्य में अगले एक साल में 467 नए अमृत सरोवर बनने जा रहे है। वही 97 अमृत सरोवर 31 मार्च तक बनकर तैयार होगें। इस कड़ी में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने मिशन अमृत सरोवर से जुड़े विभागों की बैठक ली और निर्देश दिए कि ग्राम्य विकास व वन विभाग मिलकर इस दिशा में काम करे। ताकि प्राकृतिक जल स्त्रोतों के पुनरुद्धार के साथ ही स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार भी मिल सके।
ग्राम्य विकास विभाग कर रहा अच्छा काम
मुख्य सचिव ने कहा कि मिशन अमृत सरोवर में 70 प्रतिशत वन क्षेत्र होने के कारण वन विभाग भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। साथ ही ग्राम्य विकास विभाग इस दिशा में अच्छा कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत बनने वाले बड़े सरोवरों में स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप क्या-क्या आर्थिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं, इस पर ग्राम्य विकास एवं वन विभाग जल्द ही मंथन कर लें।
सचिव राधिका झा ने कहा कि मिशन के तहत राज्य में 1283 अमृत सरोवर बनाए जा चुके हैं। जिसमें ग्राम्य विकास विभाग ने 1071 एवं वन विभाग ने 212 अमृत सरोवरों का निर्माण किया है। ग्राम्य विकास की ओर से 31 मार्च तक 97 और अमृत सरोवरों का निर्माण कर लिया जाएगा। विभाग ने अमृत सरोवर निर्माण के लिए 467 अन्य स्थानों का चिन्हांकन कर लिया है।