आयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरा देश राममयी हो चुका है। इस बीच उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां उत्तराखंड के वक्फ बोर्ड के तहत संचालित मदरसों के नए पाठ्यक्रम में भगवान श्री राम की कहानी भी शामिल की जाएगी।
मदरसों में पढ़ाई जाएगी प्रभु राम की कहानी
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने ये जानकारी साझा की है। शादाब शम्स ने बताया कि आधुनिक मदरसों में हम औरंगजेब के बारे में पढ़ाने के बजाय भगवान राम के बारे में और अपने नबी के बारे में पढ़ाएंगे। हम हिंदुस्तानी हैं और हमारा डीएनए भगवान राम से मेल खाता है। इसलिए हमने ये फैसला लिया है।
इस दिन से शुरु होगा पाठ्यक्रम
शादाब शम्स ने कहा कि श्री राम एक अनुकरणीय चरित्र है। जिनके बारे में सभी को पता होना चाहिए और उनका अनुसरण करना चाहिए। पिता को अपना वादा पूरा करने में मदद के लिए श्रीराम ने सिंहासन छोड़ दिया और वन को चले गए। श्रीराम जैसा पुत्र कौन नहीं चाहेगा? बता दें बता दें वक्फ बोर्ड के अंतर्गत 117 मदरसे हैं। मार्च में आधुनिक मदरसों में ये पाठ्यक्रम शामिल किया जाएगा।