बागेश्वर। जिला अस्पताल में आठ महीने बाद आंखों के ऑपरेशन होने लगे हैं। ऑपरेशन थियेटर के नवनिर्माण के चलते लोगों को मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के लिए बाहर के जिलों की दौड़ लगानी पड़ रही थी। ओटी ठप होने से विभाग के लिए अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत मिले लक्ष्य को पूरा करना भी चुनौती बन गया है।
कई महिनो से ठप था अस्पताल
अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत वर्ष 2023-24 में 500 मरीजों के मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य मिला था। जून से पूर्व जिला अस्पताल में 17 मरीजों के आंखों के ऑपरेशन हो चुके थे। जून के दूसरे सप्ताह से जिला अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद ऑपरेशन ठप हो गए थे।
मरीजों को मिली राहत
मरीजों की आंखों की जांच तो हो रही थी लेकिन ऑपरेशन के लिए ओटी बनने का इंतजार करने या बाहर के अस्पतालों में जाना पड़ रहा था। अब ऑपरेशन शुरू होने के बाद मरीजों को तो राहत मिल रही है लेकिन दो महीने से भी कम समय में अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष मोतियाबिंद के 468 ऑपरेशन कराना विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी।
15 लोगों के हुए मोतियाबिंद के ऑपरेशन
जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एसपी त्रिपाठी ने बताया कि ओटी का काम पूरा होने के बाद फरवरी में आंखों के ऑपरेशन शुरू हो गए हैं। इस बीच 15 लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी हो चुके हैं। प्रत्येक मंगल और शुक्रवार को आंखों के ऑपरेशन होंगे।