मनुष्य के जीवन में जितना महत्त्व भोजन, कपड़े, हवा और पानी का है, उससे कहीं अधिक महत्त्व शिक्षा का है इसीलिए हमेशा ये ही कहा जाता है कि शिक्षा का मानव जीवन में बहुत महत्त्व है। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे मनुष्य में ज्ञान का प्रसार होता है। इंसान की बुद्धि का विकास शिक्षा अर्जित करने से ही होता है। शिक्षा मानव जीवन की एक महत्त्वपूर्ण इकाई है। शिक्षा न हो तो मनुष्य के जीवन की कल्पना भी मुश्किल है। शिक्षा ही हमें आगे बढ़ाने के लिए जरुरी होती है। भारत में कई बेस्ट स्कूल है लेकिन उत्तराखंड को शिक्षा के लिए सबसे अच्छा प्रदेश माना गया है। वही हम बात करे अगर schools in haldwani की तो यहां के. स्कूल देश के कई बड़े स्कूलों को पीछे छोड़ देते है ,खुशनुमा आबोहवा की पहचान रखने वाले हल्द्वानी की पुरे देश-दुनिया में एक और खास पहचान है। हल्द्वानी में जल रही शिक्षा की यह अखंड लौ फैलती ही जा रही है । बल्कि यूं कहें कि वक्त के साथ यह और सशक्त हुई और देश-दुनिया में हल्द्वानी एजुकेशन हब के रूप में उभर रहा है।स्कूली शिक्षा के साथ ही अब हल्द्वानी ने उच्च व तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सफलता की ऊंचाईयों को छुआ है। देश-दुनिया में schools in haldwani की चर्चा होती है
शिक्षा और शिक्षा का महत्व
अच्छी शिक्षा जीवन में बहुत से उद्देश्यों को प्रदान करती है, जैसे व्यक्तिगत उन्नति को बढ़ावा,देना सामाजिक स्तर में बढ़ावा, सामाजिक स्वास्थ्य में सुधार, आर्थिक प्रगति, राष्ट्र की सफलता, जीवन में लक्ष्यों को निर्धारित करना, हमें सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक करना और पर्यावरण समस्याओं को सुलझाने के लिए हल प्रदान करना और अन्य सामाजिक मुद्दे आदि। यह लोगों की सोच को सकारात्मक विचार लाकर बदलती है और नकारात्मक विचारों को हटाती है। बचपन में ही हमारे माता-पिता हमारे मस्तिष्क को शिक्षा की ओर ले जाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्था में हमारा दाखिला कराकर हमें अच्छी शिक्षा प्रदान करने का हरसंभव प्रयास करते हैं। यह हमें तकनीकी और उच्च कौशल वाले ज्ञान के साथ ही पूरे संसार में हमारे विचारों को विकसित करने की क्षमता प्रदान करती है। अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने का सबसे अच्छे तरीके अखबारों को पढ़ना, टीवी पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों को देखना, अच्छे लेखकों की किताबें पढ़ना आदि हैं। शिक्षा हमें अधिक सभ्य और बेहतर शिक्षित बनाती है। यह समाज में बेहतर पद और नौकरी में कल्पना की गए पद को प्राप्त करने में हमारी मदद करती है।
पढ़ना -लिखना शिक्षा की पहली सीढ़ी है। अधिकांश जानकारी लिखित रूप में होती है, यदि आप में शिक्षा का अभाव है या लेखन कौशल की कमी है, तो आप समाज से दूर हैं, समाज में होने वाली गतिविधियों से दूर हैं। नतीजतन, शिक्षा लोगों को साक्षर बनाती है। सबसे बढ़कर, रोजगार के लिए शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह निश्चित रूप से एक सभ्य जीवन जीने का एक शानदार अवसर है। जब नौकरी की बात आती है तो अशिक्षित लोगों को शायद भारी नुकसान होता है। बेहतर संचार शिक्षा का एक और महत्व है। शिक्षा व्यक्ति की वाणी को सुधारती और परिष्कृत करती है। इसके अलावा, व्यक्ति शिक्षा के साथ संचार के अन्य साधनों में भी सुधार करते हैं। शिक्षा व्यक्ति को प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोगकर्ता बनाती है। शिक्षा निश्चित रूप से प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल प्रदान करती है इसलिए, शिक्षा के बिना, आधुनिक मशीनों को संभालना शायद मुश्किल होगा।
ये हैं टॉप 10 Schools In Haldwani
बच्चे को शिक्षित होने का पूरा अधिकार है और आज के आधुनिक समय में अच्छे से अच्छे स्कूल से सर्वाधुनिक सुविधाओं के साथ शिक्षा प्राप्त करना आवश्यक हो गया है. भारत में आज सभी स्कूल, चाहे वो निजी हों या सरकारी, छात्रों को शिक्षा प्रदान करने के लिए कक्षाओं में टेक्नोलॉजी के प्रयोग को प्रोत्साहना दे रहे हैं. इस लेख में schools in haldwani के बारें में बताया गया है जो ना केवल अच्छी शिक्षा के लिए जानें जाते हैं बल्कि यह सभी स्कूल विश्वस्तरीय सुविधाओं के लिए भी जानें जाते हैं.
Cynthia International School
स्कूल देश का भविष्य निर्धारित करते हैं।स्कूल शिक्षा और संस्कार द्वारा जैसा नागरिक गढेंगे, देश वैसा ही बनेगा।प्राथमिक स्कूल माता-पिता होते हैं।वहीं बच्चों में बुनियादी शिक्षा और संस्कार भरते हैं जो जीवन पर्यंत काम आते हैं।Cynthia international school बच्चो को शिक्षा के साथ साथ अच्छे संस्कार भी देने में विश्वाश रखता है…बचपन की यह अवधि जीवन भर सीखने और विकास की नींव रखती है और वयस्क जीवन की गुणवत्ता का एक प्रमुख निर्धारक है। बच्चे के जीवन के पहले आठ वर्षों में मस्तिष्क का विकास सबसे तेजी से होता है…बच्चे शुरुआती वर्षों में स्वाभाविक रूप से खेल-आधारित गतिविधि अपनाते हैं, सीआईएस एक अनुभवात्मक शिक्षण शिक्षण का उपयोग करता है। खेल-आधारित तरीकों के माध्यम से आयु-उपयुक्त, शारीरिक, शैक्षिक और सामाजिक गतिविधियों के संपर्क में आने वाले बच्चे बेहतर सीखते हैं और बेहतर विकसित होते हैं।Cynthia international school में कई तरह की गतिविधिया होती है जिनसे बच्चे अच्ी तरह से शिक्षा में ध्यान देते है , यहाँ बच्चो को कई तरह के खेल सिखाये जाते है…ताकि बच्चे आगे जाकर अपने फ्यूचर को बेहतर बना सके
Cynthia international school का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
देश में जितने भी स्कूल है उन सभी स्कूलों का कुछ न कुछ लक्ष्य जरूर होता है वैसे ही Cynthia International School का भी लक्ष्य है…सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल का लक्ष्य प्रगतिशील शिक्षा का एक प्रतीक बनना है, जहां प्रत्येक बच्चे को एक अद्वितीय और मूल्यवान व्यक्ति के रूप में पहचाना जाता है।स्कूल का मिशन एक गतिशील शिक्षण वातावरण तैयार करना है जहां अकादमिक उत्कृष्टता व्यक्तिगत पसंद और आवाज के साथ सामंजस्यपूर्ण रूप से मौजूद हो।सीआईएस में शिक्षा का उद्देश्य केवल इस दुनिया में जीवन या स्कूली शिक्षा से परे जीवन की तैयारी के रूप में ज्ञान प्राप्त करना नहीं है, बल्कि स्वयं की पूर्ण प्राप्ति और मुक्ति है।
Dikshant International School
बच्चे बगीचे में पौधों की तरह होते हैं। सही देखभाल और वातावरण के साथ, वे बड़े होते हैं और समाज के उपयोगी सदस्यों के रूप में विकसित होते हैं।शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना नहीं होता है, बल्कि शिक्षा के माध्यम से नई चीजों को सीखने के साथ अपने ज्ञान में वृद्धि की जा सकती है… बच्चो की शिक्षा का दीक्षांत स्कूल बखूबी खायाल रखता है…हम बात करेंगे हल्द्वानी के दूसरे नंबर पर आने वाले स्कूल के बारे में जो है दीक्षांत स्कूल हलद्वानी, उत्तराखंड में एक प्रतिष्ठित स्कूल है जो शिक्षा में उच्च स्तर की प्रस्तुति और बच्चों के विकास के लिए काम करता है, ये स्कूल शैक्षणिक, सांस्कृतिक और व्यावसायिक दृष्टि से समृद्ध है और विद्यार्थियों को नए ज्ञान और प्रतिभा का विकास करने में मदद करता है। दीक्षांत स्कूल में आधुनिक शिक्षा पद्धतियों का उपयोग होता है और शिक्षाविदों का समूह अपने क्षेत्र में माहिर है। क्या स्कूल में सांस्कृतिक अनुभव का महत्व समझा जाता है और सामाजिक समृद्धि की या अग्रसित किया जाता है। ये स्कूल विद्यार्थियों को तकनीकी उपाय और आधुनिक सुविधाएं के साथ शिक्षा प्रदान करता है ताकि वे आगे बढ़ें और सफल होने में समर्थ हो सकें।
Dikshant International School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, इसलिए Dikshant International School उन्हें अच्छी नैतिकता और बेहतर तरीके से शिक्षा ग्रहण करने पर जोर देता है, ताकि वे भविष्य में एक जिम्मेदार व्यक्ति बन सकें। Dikshant International School बच्चों में यह भी समझने की क्षमता उजागर करता है कि उनके लिए क्या सही है और क्या गलत है।
Shemford School
शेमफोर्ड स्कूल एक प्रसिद्ध शिक्षा संस्थान है जो भारत में केई शहरों में स्थित है। शेमफोर्ड फ्यूचरिस्टिक स्कूल एक K-12 स्कूल श्रृंखला है जिसकी पूरे भारत में 100 से अधिक शाखाएँ हैं । सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की उनकी राष्ट्रव्यापी श्रृंखला शेमरॉक ग्रुप ऑफ प्रीस्कूल्स द्वारा शुरू की गई थी। 1989 में अपना पहला स्कूल स्थापित करने के बाद, समूह को भारत और विदेशों में बड़ी सफलता मिली। ‘प्रीस्कूल शिक्षा’ के क्षेत्र में एक मील का पत्थर स्थापित करने के बाद, संगठन को 10+2 स्कूल खंड में समान तनाव मुक्त शिक्षा और बच्चों के अनुकूल वातावरण लाने की गुंजाइश का एहसास हुआ और शेमफोर्ड फ्यूचरिस्टिक स्कूल विकसित किए गए।शेमफोर्ड स्कूल एक सीबीएसई केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या आईसीएसई भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र प्रणाली के तहत शिक्षा प्रदान करता है और विद्यार्थियों को शिक्षा में उच्च सितारा की प्रशंसा और विकास के लिए समर्पण है। शेमफोर्ड स्कूल के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप शेमफोर्ड स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं।
Shemford School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
Shemford School बच्चो का व्यक्तित्व निखारने और उसका भविष्य संवारने की भूमिका निभाता है ।यहाँ बच्चों का सामाजिक विकास तेजी से होता है। हमउम्र बच्चों के साथ वे घुलमिलकर चीजों को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं। यहां बच्चो कोहर एक सुविधा उपलब्ध कराई जाती है ताकि बच्चा अपने फ्यूचर पर धायण दे सके और आगे जाके स्कूल और प्रदेश का नाम रोशन कर सके
Cynthia Senior Secondary School
खुबशुरत शहर हल्द्वानी में सबसे पहले स्कूल के बारे में हम बात करने वाले है वो है Cynthia Senior Secondary स्कूल इस बदलती दुनिया में सिर्फ बच्चों को शिक्षा देना सिखाता है बल्कि सीखने के साथ साथ कैसे और बच्चो को शिक्षा की जानकारी दी जाये ये भी शिकता है सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल का शिक्षा दर्शन आलोचनात्मक सोच, समस्या-समाधान, रचनात्मकता, अनुकूलनशीलता और समग्र दृष्टिकोण विकसित करने की ओर केंद्रित है।यह स्कूल छात्रों को शिक्षा देने में यकीं रखते है और यह सुनिश्चित करता है की बच्चो की पढाई में कोई कसर नहीं छूटेयही नहीं सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल शैक्षणिक और बच्चो के. भविष्य के विकास के लिए काम करता है सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हैं, जहां सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल को आपके साथ की जरूरत है
क्या है Cynthia Senior Secondary का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल का लक्ष्य प्रगतिशील शिक्षा का एक प्रतीक बनना है, जहां स्कूल हर. एक बच्चे को एक अद्वितीय और मूल्यवान व्यक्ति के रूप में पहचान दिलाना चाहता है.।सिंथिया इंटरनेशनल स्कूल का मिशन स्कूल के हर एक बच्चे को अच्छी शिक्षा देना है, जिसके चलते आगे जाकर बच्चे भविष्य में हल्द्वानी का नाम रोशन करे.. सिंथिया सीनियर स्कूल का एक सकारात्मक पहलू शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता हो सकती है, जो छात्रों को उनकी शैक्षणिक गतिविधियों में सफल होने में मदद करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संसाधन प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह छात्रों के समग्र शैक्षिक अनुभव को समृद्ध करने के लिए एक सहायक शिक्षण वातावरण या विभिन्न प्रकार की पाठ्येतर गतिविधियों की पेशकश कर सकता है।सिंथिया स्कूल उच्चतम शिक्षा लक्ष्यों तक पहुँचने और छात्रों को उनके उच्चतम शिक्षा लक्ष्यों तक पहुँचने में मदद करने में विशिष्ट है।
सिंथिया स्कूल सबसे अधिक सहायक शैक्षिक वातावरण प्रदान करता है जहाँ छात्रों को अपनी शिक्षा को बढ़ाने और खुद को विकसित करने के अवसर दिए जाते हैं। सिंथिया स्कूल छात्रों को मानव विज्ञान, व्यवसाय और संस्कृत पाठ्यक्रम में गहरी तल्लीनता प्रदान करता है, जो उन्हें एक सुरक्षित और प्रगतिशील वातावरण में अध्ययन करने और बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है।
Gurukul International School
यह स्कूल समग्र शिक्षा प्रदान करता है , जिसमें बच्चे का शारीरिक, सामाजिक, बौद्धिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास शामिल होता है जिसमे नवीनतम शैक्षणिक तकनीकों का उपयोग कर बच्चो को शिक्षा दी जाती है और साथ ही एकजुट होते हैं और सद्भाव में एक साथ रहना सीखते हैं। शिक्षा समग्र है जो वैश्विक ज्ञान प्रदान करती है और साथ ही छात्रों में एक पूर्ण और संतुलित जीवन जीने के लिए गुण, सही दृष्टिकोण और दृष्टिकोण पैदा करती है स्कूल न केवल पंख देने के लिए बल्कि समृद्ध संस्कृति के प्रति सम्मान पैदा करके जमीन से जुड़े रहने के लिए भी Gurukul International School काम करता है।
Gurukul International School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
Gurukul International School का VISION AND MISSION समाज की सेवा करना, पर्यावरण की देखभाल , लोकतंत्र का अभ्यास, अंतर्राष्ट्रीय खुफिया जानकारी पर ध्यान देना नेतृत्व का निर्माण अनुकूलनशीलता को प्रोत्साहित करना है.साथ ही गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शन और उत्कृष्टता मानवीय उत्कृष्टता को बढ़ावा देना सीखने और सिखाने का काम Gurukul International School
Whitehall School
स्कूल की कई परिभाषाएं हो सकती हैं।असल में स्कूल वो जगह है जहां सीखने की क्षमता तेज गति से बढ़ती है।बच्चों को बाहरी दुनिया के बारे में पता चलता है। प्रतिदिन वो कुछ नया सीखता है और घर आकर बताता है।स्कूलों में कई तरह की गतिविधियां होती हैं, जहां वह सीखते हैं कि उन्हें कैसे बोलना है? स्कूल में कैसा व्यवहार रखना है? स्कूल में माता-पिता आएं तो उनके साथ कैसा सलूक करना है? इसके अलावा बच्चों को संगीत और चित्रकारी जैसी चीजों को विकसित करने में मदद मिलती है। हल्द्वानी में व्हिटव=हॉल स्कूल काफी जाना माना ह। व्हाइटहॉल स्कूल की स्थापना 10 जुलाई 1992 को श्री जे.एस. की संरक्षकता में हलद्वानी में हुई थी। उस समय स्थानीय और ग्रामीण आबादी को शिक्षित करने के लिए कोई अंग्रेजी माध्यम स्कूल नहीं था।स क्षेत्र के बच्चों को पढ़ने के लिए 10 से 12 किलोमीटर की लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी इसलिए इस अवधारणा पर विचार किया गया. आसपास के निवासियों से बात करने के बाद, एक छोटा स्कूल शुरू करने का यह विचार आकार ले सका।
Whitehall School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
Whitehall School का VISION AND MISSION भारत के ऐसे परिपक्व नागरिकों का विकास करना जो संस्कृति, जाति और पंथ की बाधाओं को दूर करते हैं, लैंगिक समानता को आगे लाते हैं, शारीरिक रूप से स्वस्थ, आध्यात्मिक रूप से सतर्क और मानसिक रूप से इतने मजबूत होते हैं कि दुनिया की भलाई के लिए एक मजबूत आवाज विकसित कर सकें।छात्रों को देश के समृद्ध ऐतिहासिक और भौगोलिक मापदंडों से अवगत कराकर सांस्कृतिक विरासत की भावना विकसित करना। इसलिए, उन्हें भारतीय समाज की विविध और मजबूत बहु-सांस्कृतिक प्रकृति और दुनिया में इसकी मजबूत स्थिति को समझने और सराहना करने में मदद मिलेगी। इस विविधता को अपनाने के लिए, हम धर्मनिरपेक्षता के अनुरूप मूल्यों का एक सेट प्रदान करते हैं।
Universal Convent School
एक स्कूल को अपने निहित हितों और दक्षताओं को पोषित करते हुए, उनके आस-पास की दुनिया के लिए एक बच्चा तैयार करना होता है। स्कूल में शिक्षा उन्हें एक समृद्ध पाठ्यक्रम और सीखने के अनुभवों की विस्तृत श्रृंखला प्रदान करने की आवश्यकता है जिसके माध्यम से वे बाहर और उनके भीतर की दुनिया का पता लगाएंगे।हम बात कर रहे है यूनिवर्सल कॉन्वेंट स्कूल की जो स्कूल बच्चो को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और अपने छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध है।इस स्कूल की स्थापना 2001 में हुई थी यहां स्कूल एक अंग्रेजी माध्यम है
Universal Convent School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
यूनिवर्सल कॉन्वेंट का लक्ष्य अपने छात्रों में आशावाद पैदा करना है। उन्हें आजीवन सीखने का दृष्टिकोण अपनाने, सकारात्मक गुण प्राप्त करने और अपने कौशल को लगातार समृद्ध करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
K.V.M. Public School
स्कूली शिक्षा बुनियादी और मौलिक है। यह बच्चे को बुनियादी गुण प्रदान करता है। बच्चे एक-दूसरे से प्यार करना, साझा करना और देखभाल करना सीखते है। स्कूल में बच्चा पढ़ाई के अलावा अनुशासन, सहयोग, व्यवहार भी सीखता है। शैक्षणिक से अधिक उपरोक्त गुण आगे चलकर एक सहज और शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं नहीं जानता कि लोग योग्यता को अधिक महत्व क्यों देते हैं। अच्छा चरित्र और व्यवहार ही अच्छा इंसान बनाता है।के.वी.एम. पब्लिक स्कूल एक अंग्रेजी माध्यम का सह-शैक्षणिक विद्यालय है जो शहर के मध्य में, हलद्वानी में, शांतिपूर्ण और शांत वातावरण में स्थित है। यह भारत के संविधान के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत कृष्णा विद्या मंदिर एजुकेशनल सोसायटी के रूप में पंजीकृत है।स्कूल जाति, धर्म या वित्तीय स्थिति की परवाह किए बिना समाज के सभी वर्गों को सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करने के लिए समर्पित है।
K.V.M. Public School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
के.वी.एम. पब्लिक स्कूल का लक्ष्य बच्चो को अछि शिक्षा देना ,सभी कोणों से चीजों पर विचार करना ,बच्चों को हार मत मानो सिखाना ,बच्चों को नकारात्मक लोगों, स्थानों, चीज़ों और आदतों से दूर रहना सिखाना,अपने आप पर यकीन रखो की बात बच्चों को बताना है.
The Shivalik International School
हल्द्वानी में कई ऐसे स्कूल है जो बच्चों को अछि शिक्षा दिलाते है , उन्ही में से एकशिवालिक एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में प्रवर्तित शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल की स्थापना वर्ष 2013 में हुई थी। बहुत कम समय में यहां स्कूल क्षेत्र के सबसे सम्मानित स्कूलों में से एक बन गया, और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए गर्व से आगे बढ़ रहे हैं। .
The Shivalik International का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
द शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल” की स्थापना के पीछे संस्थापकों का दृष्टिकोण बच्चों को एक समग्र शिक्षा प्रदान करना है जो सांस्कृतिक, खेल और शैक्षणिक गतिविधियों का एक आदर्श संतुलन और समामेलन है। हम अपने छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से उज्ज्वल बनाने पर ध्यान दे रहे हैं, बल्कि हम ऐसा केंद्र बनना चाहते हैं जहां प्रत्येक छात्र को अपने विशेष तरीके से विकसित होने के लिए पोषित और सशक्त किया जाए।
Aurum The Global School
ऑरम का अर्थ सोना है और इसका रंग सफलता, उपलब्धि और विजय को परिभाषित करता है जो दिन-ब-दिन चमकता और बढ़ता है। ऑरम जो करुणा, साहस, जुनून, जादू, ज्ञान का प्रतीक है, धन, वैभव और समृद्धि से जुड़ा है। यह एक ऐसी जगह है जहां शिक्षा को शिक्षाविदों, संस्कृतियों, इतिहास, अर्थव्यवस्था, राजनीति और भूगोल आदि के ज्ञान के साथ मिश्रित किया जाता है। हम जीत की रणनीति बनाने और हार स्वीकार करने का जुनून अपनाना चाहते हैं। ऑरम सह-शिक्षा वाला सीबीएसई से संबद्ध स्कूल है। यह किंडरगार्टन से बारहवीं कक्षा तक की कक्षाएं चलाता है।
Aurum The Global School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य)
Aurum The Global School का VISION AND MISSION(दृष्टि और लक्ष्य) अपने छात्रों को ज्ञान, कौशल और क्षमताओं के अध्ययन और उत्सव पर आधारित एक अच्छी तरह से संतुलित, समग्र शिक्षा देना है। इनका मानना है कि शिक्षा का मजबूत आधार शैक्षणिक ज्ञान, कौशल और व्यवहार में उत्कृष्टता की खोज के साथ सर्वांगीण शिक्षा के जुनून के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है जो प्रत्येक बच्चे के नैतिक, शारीरिक, सामाजिक और सौंदर्य संबंधी पहलुओं को उसके अंतर्निहित स्तर तक विकसित करेगा। क्षमता, जो उत्कृष्टता के लिए अपने-अपने क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में उभरने की मानसिकता को जन्म देगी।
निष्कर्ष
स्कूल का मुख्य उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है ,स्कूल का उद्देश्य बच्चो को अछि शिक्षा देना है और साथ ही बच्चो को सही और गलत से जागरूक करना भी है। साथ ही बच्चो को विकासकी ओर ले जाना है , अच्छी शिक्षा देना ही स्कूल का लक्ष्य है शिक्षा हमें नैतिकता सिखा कर, हमारे कत्र्तव्यों के बारे में बताकर समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनाने में हमारी मदद करती है। यह सच है कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिसे प्राप्त करके इनसान अपने पैरों पर खड़ा हो सके और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके, लेकिन शिक्षा का मूल उद्देश्य इनसान को एक चरित्रवान और जिम्मेदार नागरिक बनाना होता है। इन गुणों के विकास की शुरुआत स्कूली शिक्षा से होनी चाहिए