देहरादून। जिलाधिकारी डॉ0 आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में उनके कैम्प कार्यालय में देहरादून एवं ऋषिकेश शहर में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अन्तर्गत वायु गुणवत्ता सुधार कार्य-योजना के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, परिवहन विभाग, नगर निगम, एम0डी0डी0ए0, यातायात पुलिस, वन विभाग, स्मार्ट सिटी, लोक निर्माण विभाग, खाद्य सुरक्षा, राजस्व विभाग और खाद्य् आपूर्ति इत्यादि सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि देहरादून और ऋषिकेश शहर में प्रदूषण रोकथाम विशेषकर पी0एम0 10 व पी0एम0 2.5 पार्टीकल की रोकथाम के लिए अपने-अपने विभागीय स्तर पर तथा सामूहिक रूप से गंभीरता से प्रयास करने, मानक के अनुसार प्रदूषण में कमी करने हेतु एन्फोर्समेन्ट की कार्यवाही करने तथा प्रदूषण पर अंकुश लगाने हेतु विभागीय स्तर पर माइक्रो प्लान साझा करने तथा उसी के अनुरूप तेजी से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को विभिन्न संबंधित विभागों से बेहतर समन्वय, सूचनाओं के अपडेटेशन और उनका सटीक आदान-प्रदान करने के साथ ही विभिन्न निकायों व संस्थाओं द्वारा किए जाने वाले पर्यावरणीय उल्लंघन की रोकथाम हेतु सक्ती से नियन्त्रण की कार्यवाही अमल में लाने को कहा। प्रदूषण के विभिन्न हॉट-स्पॉट की पहचान करते हुए स्मार्ट सिटी जैसे तकनीकी संस्थान के साथ ही अन्य तकनीकी ऐजेन्सियों के सहयोग से तकनीक का बेहतर उपयोग करके प्रदूषण पर प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को वाहनों की बेहतर फिटनेस, पन्द्रह वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके डीजल संचालित वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने की कार्यवाही, व्यक्तिगत वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन वाहनों को बढ़ावा देने तथा यातायात में प्रदूषण जांच केन्द्रों की कार्यप्रणाली में यथोचित सुधार करने और यातायात में बढ़ते प्रदूषण पर नियन्त्रण पाने के उपायों को अमल में लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने नगर निगम देहरादून और ऋषिकेश के साथ ही जनपद की समस्त नगरपालिकाओं को शहर में तरल एवं सॉलिड वेज मैनेजमैन्ट का बेहतर तरिके से निस्तारण करने तथा डोर-टू-डोर लगातार तथा ठीक से कूड़ा उठाने के निर्देश दिए। कहा कि शहर में कूड़ा ढोने वाले छोटे-बड़े सभी वाहनों में कूड़ा ढक्कर जाना चाहिए तथा विभिन्न स्थानों पर रखे गये कूड़ा कलेक्शन केन्द्रों से नियमित रूप से लगातार कूड़ा उठता रहना चाहिए।
“प्लास्टिक और कूड़ा जलाने पर लगेगा 5000 रू जुर्माना”- संबंधित विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया कि प्लास्टिक तथा कूड़े को हवा में जलाने पर 5000 रूपये जुर्माना का प्रावधान है, इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि प्लास्टिक अथवा कूड़े को जलाने वालों सभी का नियमानुसार चालान करें। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधीकरण तथा अन्य निर्माणकारी विभागों व ऐजेन्सियों को निर्देशित किया कि किसी भी तरह के निर्माण कार्य करते समय रेता-बजरी इत्यादि के ढुलान ढक्कर हो तथा धूल-मिट्टी कम-से-कम उड़े। इसकी रोकथाम के लिए मानक के अनुरूप व्यवस्था करें।
शहर में पेड़ों और झाड़ियों की बेहतर तरीके से नियमित लॉपिंग करने के संबंध में जिलाधिकारी ने एमडीडीए, वन विभाग, नगर निगम आदि विभागों से मिलकर एक समिति गठित करने में निर्देश दिए। उन्होंने एमडीडीए तथा राजस्व विभाग, वन विभाग तथा संबंधित नगर निगम व नगर पालिका को शहर में ग्रीन एरिया डेवल्पमेन्ट करने तथा शहर में खाली सामुदायिक कार्य पर वृक्षारोपण करने से संबंधित कार्यों हेतु भूमि चिन्हित कर वृक्षारोपण कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को पर्यावरण फ्रैण्डली ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देने तथा पेट्रोल पंपों द्वारा शुद्ध पेट्रोल-डीजल ईंधन की ही बिक्री करवाने हेतु निरीक्षण की कार्यवाही के निर्देश दिए ताकि पेट्रोल डिजल के साथ किसी तरह की मिलावट ना कर पायें। साथ ही एमडीडीए को शहर में बडे हो चुके वृक्षों से ट्री गार्ड हटाने तथा नये रोपे जाने वाले वृक्षों का रोपण ट्रीगार्ड द्वारा सुरक्षित करने और उनके सर्वाइव हेतु लगातार निगरानी के निर्देश दिए। इस दौरान बैठक में डी0एफ0ओ0 देहरादून राजीव श्रीमान, पुलिस अधीक्षक यातायात स्वप्न किशोंर सिंह, क्षेत्रिय अधिकारी प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड डॉ0 आर.के चतुवेदी, वरिष्ठ स्वास्थ नगर अधिकारी डॉ0 आर.के.सिंह, डी.एस.ओ जे.एस कन्डारी, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग डी0सी0 नौटियाल, पर्यावरण अभियंता प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड डॉ0 अकुंश कंसवाल ए.आर.टी.ओ देहरादून, रश्मि पंत व ऋषिकेश अरविन्द पाण्डेय सहित सभी अधिकारी उपस्थित थे।