देहरादून। कोर्ट के आदेश पर दंपत्ति समेत पांच लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि सोची समझी साजिश के तहत युवक की हत्या की गई और साक्ष्यों को नष्ट किया गया। पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
मातवर सिंह असवाल पुत्र धन सिंह असवाल निवासी क्षेत्रपाल जिला चमोली की शिकायत पर कोर्ट ने 156 (3) के तहत मुकदमा दर्ज करने के आदेश पटेलनगर थाने को दिए।
इंस्पेक्टर पटेलनगर रविंद्र कुमार ने बताया कि रामकिशन चौहान के अलावा उनकी पत्नी साधना चौहान निवासी मोनाल एंक्लेव बंजारावाला, हरिकिशन चौहान निवासी मोनाल एंक्लेव बंजारावाला, राम किशन के दोस्त राहुल व आशीष के खिलाफ हत्या, षड़यंत्र के तहत पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। मातवर सिंह का कहना है कि उनका बेटा अभिषेक असवाल (25), रामकिशन चौहान के मकान में किराए पर रह रहा था। बीती तीन अक्तूबर की रात को करीब साढ़े नौ बजे अभिषेक असवाल ने अपने मोबाइल से अपनी मां नन्दा असवाल से फोन कर बात की। अगले दिन चार दिसम्बर को पटेलनगर कोतवाली से फोन आया कि अभिषेक असवाल की मृत्यु हो गयी है और मकान मालिक के घर से लगती सड़क पर पड़ा है। मातवर सिंह का कहना है कि सूचना मिलते ही वह गोपेश्वर से कोरोनेशन हॉस्पिटल पहुंचे। कुछ भी सोचने-समझने की स्थिति में नहीं रहे। पुलिस ने जहां-जहां हस्ताक्षर करने को कहा कर दिये। पोस्टमार्टम कराने के बाद बेटे अभिषेक का दाह संस्कार हरिद्वार में किया। इससे पहले शव की फोटों लीं। अभिषेक के मुंह, आंख और छाती पर चोट थी। गले पर रगड़ के निशान थे। आरोप है कि दाह संस्कार के समय मकान मालिक रामकिशन कह रहा था कि अभिषेक उसकी पत्नी से काफी बातें करता था और आपस में दोस्ती थी। बेटे का कमरा पुलिस ने खोलकर दिखाया था तो वहां पर खाने का कुकर व दाल ऐसी की ऐसी ही रखी थी। पता चला कि, रामकिशन व उसका भाई हरिकिशन उनके दो दोस्त राहुल व आशीष ने बेटे की मौत से पहली रात को रामकिशन का जन्मदिन मनाया। आरोप है कि बेटे को इसके बाद जबरदस्ती छत से गिराया गया। पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।