1 से 17 जून तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन से बाधित हुआ यातायात
देहरादून/केदारनाथ:
उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के साथ ही मौसम विभाग (IMD) ने 11 से 17 जून तक येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान राज्य के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश, गरज-चमक, तेज हवाओं के साथ भूस्खलन की घटनाएं होने की आशंका जताई गई है। इससे जनजीवन और यातायात दोनों पर प्रभाव पड़ेगा|

मौसम विभाग का अलर्ट:
IMD की रिपोर्ट के अनुसार:
11 जून: चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश की संभावना।
उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ में गरज-चमक और तेज हवाएं (40–50 किमी/घंटा) चली।
12 से 15 जून: नैनीताल, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका।
16-17 जून: राज्य के अधिकांश जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।
केदारनाथ क्षेत्र में भूस्खलन
केदारनाथ क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद बांसवाड़ा और काकड़ागाड़ जैसे क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिससे प्रमुख मार्ग बाधित हो गए।पुलिस की निगरानी में यातायात को वन-वे और धीरे संचालित किया गया ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।

प्रशासन की अपील
प्रशासन ने स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों से अनावश्यक यात्रा से परहेज करने की अपील की है, खासकर रात्रि के समय और भूस्खलन संभावित मार्गों पर। यात्रा से पहले मौसम विभाग के ताजा अपडेट व स्थानीय प्रशासन की सलाह ले।
उत्तराखंड के लिए आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण होंगे। जहां एक ओर मानसून राहत लेकर आया , वहीं दूसरी ओर इससे जुड़े खतरे भी बढ़ गए हैं। सतर्कता और सावधानी ही इस समय सबसे बड़ी जरूरत है।