पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री ने हाल ही में दिए एक टेलीविज़न इंटरव्यू में स्वीकार किया कि भारत की कूटनीतिक सक्रियता ने उन्हें और उनकी सरकार को हैरान कर दिया साथ ही भारत के वैश्विक मंचों पर बढ़ते प्रभाव ने पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति पर भी आत्ममंथन के लिए मजबूर कर दिया है।

टेलीविज़न इंटरव्यू में हुआ खुलासा
यह बयान जून 2025 के दूसरे सप्ताह में एक प्रमुख पाकिस्तानी समाचार चैनल पर दिया गया। बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बात करने की अनुमति उन्होंने अपनी सरकार से मांगी थी।
भारत की रणनीति से चौंका पाकिस्तान
डिप्टी पीएम ने कहा कि भारत की हालिया उपलब्धियों—जैसे G20 की अध्यक्षता, संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय भूमिका और वैश्विक व्यापार साझेदारियों—ने पाकिस्तान को हक्का-बक्का कर दिया है। उन्होंने माना कि भारत की विदेश नीति अब विश्व स्तर पर निर्णायक और प्रभावशाली हो चुकी है।
जयशंकर से संवाद की जताई इच्छा
डिप्टी पीएम ने सार्वजनिक रूप से यह भी कहा, “मैंने नेतृत्व से कहा—भाईजान, क्या मैं जयशंकर से बात करूं?” यह बयान न केवल भारत की विदेश नीति की सराहना है, बल्कि यह पाकिस्तान की ओर से संबंध सुधारने की एक संभावित इच्छा भी दर्शाता है।

उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। विभिन्न प्लेटफार्मों पर वीडियो क्लिप्स प्रसारित हो रहे हैं, जिनमें डिप्टी पीएम की बातें स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती हैं। इस बयान के बाद भारत-पाक कूटनीति को लेकर चर्चाओं का नया दौर शुरू हो गया है।
विशेषज्ञ इस बयान को भारत की रणनीतिक बढ़त की एक सार्वजनिक और असाधारण स्वीकारोक्ति के रूप में देख रहे हैं। इससे दोनों देशों के बीच भविष्य में संवाद और सहयोग की संभावनाएं भी प्रबल हो सकती हैं।