उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा अब और अधिक सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित होने जा रही है। केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि यात्रा के दौरान हेली सेवाएं नए सुरक्षा मानकों और तकनीकी सुदृढ़ीकरण के साथ शुरू की जाएंगी, जिससे यात्रियों का अनुभव पहले से अधिक सुरक्षित और आरामदायक होगा।

केंद्रीय मंत्री ने की योजना की घोषणा
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने इस बात की जानकारी दी कि उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में हेलीपोर्ट और हेलीपैड के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उनकी योजना के अनुसार उत्तराखंड में 18 नए हेलीपोर्ट विकसित किए जा रहे हैं, जो चारधाम यात्रा सहित राज्य के अन्य दुर्गम क्षेत्रों को भी जोड़ेंगे।
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
मंत्री ने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इसलिए हेली सेवाओं में आधुनिक उपकरण, प्रशिक्षित पायलट और सुरक्षित टेकऑफ-लैंडिंग प्रक्रियाएं सुनिश्चित की जाएंगी। इसके अलावा एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को भी उच्च स्तर पर सुदृढ़ किया जा रहा है ताकि पर्वतीय उड़ानों का संचालन और निगरानी सटीक और सुरक्षित हो सके।
यात्रा अनुभव को अधिक सुलभ बनाने का प्रयास
चारधाम यात्रा में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और अस्वस्थ यात्रियों के लिए यह हेली सेवा एक वरदान साबित होगी। नया ढांचा न केवल सुरक्षा बढ़ाएगा, बल्कि यात्रा को समयबद्ध और व्यवस्थित भी बनाएगा।

इस माह से शुरू होगा संचालन
सरकार द्वारा की गई तैयारियों के अनुसार, नवीनतम मानकों के साथ हेली सेवा इस माह से शुरू की जाएगी, और यात्रियों को पहले से बुकिंग और जानकारी प्राप्त करने की सुविधा भी ऑनलाइन उपलब्ध होगी।
इस नई पहल से चारधाम यात्रा में न केवल तकनीकी मजबूती आएगी, बल्कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा, सुरक्षा और आस्था के साथ जुड़ने का नया अनुभव भी मिलेगा। उत्तराखंड का यह प्रयास पर्यटन के साथ-साथ क्षेत्रीय संपर्क को भी नई दिशा देगा।