उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव अपने चरम पर है। नेताओं की जुबानी जंग जारी है। प्रदेश में चार चरणो का मतदान हो चुका है और पांचवें चरण के लिए 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी। चुनावी संग्राम में राजनीतिक दल शब्दों की मर्यादा लांघते जा रहे हैं। हाल में ही आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) यूपी के ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी की गई थी।
इस मामले में हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर भी दर्ज की गई है। सीएम की फोटो के साथ छेड़छाड़ कर उसे दूसरे देश का बताया गया है। इससे लोगों में नाराजगी है और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचा है। इंटरनेट मीडिया पर राजद के ट्वीट के बाद मानीटरिंग सेल ने इस संबंध में अधिकारियों को जानकारी दी। साइबर क्राइम सेल को मामले की जांच सौपी गई है। खास बात यह है कि ट्वीट करने वाली पार्टी ने अभी तक उसे हटाया भी नहीं है।
यही नहीं, कई अन्य नेताओं पर भी लगातार अभद्र टिप्पणी किए जा रहे हैं। उधर, इंटरनेट मीडिया की मानीटरिंग कर रही लखनऊ पुलिस को पिछले पांच साल में 350 से अधिक आपत्तिजनक ट्वीट मिले। इनमें 15 से अधिक लोगों के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था। हालांकि कार्रवाई के बावजूद इंटरनेट मीडिया पर अशोभनीय टिप्पणी के मामले कम नहीं हो रहे हैं।