प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होली के बाद अगले माह से लेकर जून तक वाराणसी आ सकते हैं। दरअसल इसके पूर्व भी पीएम चुनाव जीतने के बाद वाराणसी आकर कार्यकर्ताओं के साथ काशीवासियों का आभार जताने के लिए आते रहे हैं। इस दौरान पीएम बाबा दरबार में हाजिरी लगाएंगे तो दूसरी ओर काशी में परियोजनाओं के जल्द पूरा होने को लेकर भी मंथन होना है।
पीएम नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को लेकर भी पूर्वांचल में अब चुनाव के बाद प्रशासनिक रणनीति का दौर शुरू होना तय है। वाराणसी में मेट्रो, रोपवे, खिड़किया घाट पर एंफीबियस प्लेन, फोरलेन सहित पर्यटन को धार देने वाली योजनाओं को जमीन पर उतारना है। ऐसे में पीएम नरेन्द्र मोदी के अगले काशी दौरे में परियोजनाएं भी प्राथमिकता में होनी हैं।
पार्टी के स्तर पर भी पीएम के सरकार गठन के बाद काशी आने की उम्मीदों को बल मिल रहा है। हालांकि, पार्टी स्तर पर अब भी सिर्फ कयास ही है। लेकिन, पीएम नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह का अंतिम दौर में चुनाव प्रचार किया है और भाजपा ने सफलता हासिल की है उससे तय है कि पीएम की प्राथमिकता में पूर्वांचल और पूर्वांचल का विकास आगे भी रहना तय है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान अंतिम दो दिन वाराणसी के मतदाताओं से कई स्तर पर संवाद कायम किया था। वहीं पार्टी कार्यकर्ताओं को भी घर घर मोदी का प्रणाम पहुंचाने की अपेक्षा जताई थी। ऐसे में पीएम नरेन्द्र मोदी परिणाम आने के बाद उन कार्यकर्ताओं का आभार जताने के लिए अपने संसदीय क्षेत्र काशी आ सकते हैं।
यूपी के साथ ही पूर्वांचल में विकास कार्यों को गति भी डबल इंजन सरकार की वजह से मिलनी अब तय है। ऐसे में पीएम अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी आ सकते हैं। इस बाबत पार्टी स्तर पर जहां सुगबुगाहट भी शुरू हो चुकी है वहीं जिला प्रशासन भी अब पीएम की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को लेकर जमीन पर कार्रवाई भी शुरू करनी है। आचार संहिता खत्म होने के बाद विकास परियोजनाओं को जहां बजट मिलना शुरू हो जाएगा वहीं विकास कार्यों को प्राथमिकता के अनुसार जमीन मिलना भी तय हो जाएगा। संकल्प पत्र की घोषणा के अनुरूप विकास योजनाओं में बलिया लिंक एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेस से, वाराणसी में मेट्रो और आजमगढ़ में एटीएस सेंटर भी विकसित होना तय माना जा रहा है।
इसके अतिरिक्त वाराणसी में पर्यटन के लिए रोप वे, सिग्नेचर ब्रिज का कार्य भी शुरू होने के साथ स्मार्ट सिटी परियोजना के साथ गंगा पार के क्षेत्रों का विकास भी प्रस्तावित है। वाराणसी से अयोध्या होते हुए लखनऊ तक डबल रेलवे ट्रैक और इलेक्ट्रिक इंजन रूट का विकास भी लगातार प्रगति पर है। जबकि हाई स्पीड रेल कारीडोर के लिए नई दिल्ली से वाराणसी और वाराणसी से कोलकाता तक बुलेट ट्रेन के लिए भी सर्वे के बाद परियोजना शुरू होनी है। ऐसे में पीएम के आगमन पर लोकार्पण और शिलान्यास की भी रूपरेखा जल्द सामने आ सकती है। वहीं दूसरी ओर आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी पूर्वांचल में मेगा परियोजनाओं को जमीन पर उतारने की तैयारियां होनी है।