नई दिल्ली, रोजगार के मुद्दे पर पीएम मोदी सरकार ने कमर कस ली है। अगले डेढ़ साल में केंद्र सरकार 10 लाख लोगों को नौकरी देने जा रही है। पीएमओ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, डेढ़ सालों में ही केंद्र सरकार के कई विभागों में 1.5 लाख पदों पर भर्ती की जा सकती है। ट्वीट कहा गया- पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रालयों एवं विभागों में मानव संसाधन की बेहद बारीकी के साथ समीक्षा की है। समीक्षा के बाद उन्होंने निर्णय लिया कि अगले डेढ़ सालों में इस पर मिशन मोड में काम किया जाए और 10 लाख लोगों को भर्ती किया जाए। कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस ऐलान पर तंज कसते हुए कहा है कि वादा हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का हुआ था।
कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल, मोदी सरकार पर रोजगार के मुद्दे पर ही सबसे ज्यादा हमले करते रहे हैं। विपक्ष आरोप लगाता रहा है कि पिछले कुछ सालों में लाखों लोगों की नौकरियां चली गई हैं। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। पिछले कई सालों में विपक्ष बेरोजगारी को चुनावी मुद्दा भी बना चुकी है। ऐसे में मोदी सरकार ने ये बड़ा उठाकर, विपक्ष को माकूल जवाब दिया है।
हालांकि, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश में सबसे ज़्यादा बेरोजगारी है और पीएम मोदी ने हर साल 2 करोड़ रोज़गार देने का वादा किया था यानि 8 साल में 16 करोड़ रोज़गार देने थे। लेकिन अब मोदी जी कह रहे हैं कि 2024 तक केवल 10 लाख नौकरियां देंगे, तो 16 करोड़ नौकरियों का क्या हुआ?
मोदी सरकार के इस कदम पर भाजपा नेता वरुण गांधी ने कहा, बेरोजगार युवाओं की पीड़ा एवं मर्म समझने के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री जी। नए रोजगार का सृजन करने के साथ-साथ हमें 1 करोड़ से अधिक ‘स्वीकृत परंतु रिक्त’ पदों को भरने हेतु सार्थक प्रयास करना होगा। हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का संकल्प पूरा करने के लिए और तेज गति से कदम बढ़ाने होंगे।
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान भारत ही नहीं अमेरिका तक में बेरोजगारी की दर में वृद्धि हुई। निजी क्षेत्र में भी लॉकडाउन के कारण नई नौकरियों के अवसर बेहद कम बन पाए। ऐसे में मोदी सरकार के 10 लाख नौकरियों के ऐलान से युवाओं को अच्छे अवसर मिलेंगे।