अमेरिका के ओरेगॉन में इस समय वर्ल्ड चैंपियनशिप हो रही है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिये पहला ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले 24 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो के फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सिल्वर जीतकर इतिहास रच दिया। 39 साल से चल रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का गोल्ड जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया। हालांकि 19 साल बाद देश को इस चैंपियनशिप में कोई मेडल मिला है। नीरज से पहले अंजू बॉबी जार्ज ने लॉन्ग जंप में 2003 में ब्रॉन्ज जीता था। नीरज कुछ प्रयास में फेल हो गए थे। उन्होंने फाउल भी किए। अगर शायद ऐसा नहीं होता तो फिर वो गोल्ड मेडल जीत जाते।
नीरज चोपड़ा यहां पहले प्रयास में फेल हो गए थे। उनके पहले थ्रो को फाउल घोषित कर दिया गया था। इसके बाद चोपड़ा ने दूसरे राउंड में 82.39 मीटर दूर भाला फेंका। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने पहले प्रयास में ही 90 मीटर दूर भाला फेंककर दबाव बढ़ा दिया था। एंडरसन पीटर्स ने दूसरे राउंड में 90.46 मीटर दूर भाला फेंका। वहीं इसके बाद नीरज ने तीसरे राउंड में अपने प्रदर्शन को सुधारा। उन्होंने 86.37 मीटर दूर भाला फेंका है।
इसके बााद चौथा थ्रो नीरज का शानदार रहा और उन्हें 88.13 मीटर दूर भाला फेंका। यहां से गोल्ड की उम्मीदें बढ़ गई थी। नीरज को गोल्ड के लिए 90.46 मीटर से ज्यादा दूर भाला फेंकना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अगर वो ऐसा करते हैं तो 39 साल से चल रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ये भारत का पहला गोल्ड होता। पांचवां और छठवां थ्रो नीरज का फाउल रहा और वो इस तरह वो दूसरे नंबर पर रहे। वहीं ग्रेनेडा के एंडरसन ने गोल्ड जीत लिया।
चेक गणराज्य के जाकुब वादलेज्च 88.09 स्कोर के साथ कांस्य जीतने में सफल हुए। वहीं भारत के रोहित यादव ने फाइनल में 10वां स्थान हासिल किया। वह तीसरे राउंड के बाद ही बाहर हो गए थे। उन्होंने पहले राउंड में 77.96, दूसरे राउंड में 78.05 और तीसरे राउंड में 78.72 मीटर दूर भाला फेंका।