पूरे उत्तराखंड में कल रात से भारी बारिश हो रही है। एक तरफ मकान और दीवार गिरने से पौड़ी और टिहरी जिलों में 4 मौतें हो चुकी हैं वही एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं। इसके साथ ही देहरादून में थानों और राजपुर रोड पर सॉन्ग नदी के ऊपर बना पुल का हिस्सा भी बह गया है।
रायपुर केसर खेत क्षेत्र में कई घरों में पानी घुस गया और एसडीआरएफ की टीमों ने 40 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को थानो, कुमाल्डा एवं उसके आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कमिश्नर गढ़वाल एवं जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। उनके लिए भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री की पर्याप्त व्यवस्था की जाय।
मुख्यमंत्री ने जेसीबी से आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो मार्ग अवरुद्ध हुए हैं, लोगों को आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए। जिन इन क्षेत्रों में पेयजल एवं विद्युत की आपूर्ति बाधित हुई है उन क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की जल्द सुचारू व्यवस्थाएं की जाय।
थानों मार्ग पर क्षतिग्रस्त पुल का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवागमन को सुचारू करने के लिए शीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं कर रही हैं। विधायकगण अपने क्षेत्रों में हर स्थिति पर निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री विधायकगणों से फोन पर वार्ता कर हर स्थिति का जायजा ले रहें हैं। सेना से भी संपर्क में हैं। अगर हेलीकॉप्टर की अवश्यकता पड़ी तो सेना से भी मदद ली जाएगी। स्टेट के हेलीकॉप्टर को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है।
इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रीतम सिंह पंवार , गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह भुल्लर एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।