टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों मिली करारी शिकस्त के बाद सोशल मीडिया में मीम्स की बाढ़ आ गयी है. लोगों ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान के एल राहुल की फॉर्म पर सवाल उठाते हुए उन्हें जम कर ट्रोल कर रहे है. साथ ही लोगों ने टीम मैनेजमेंट और प्लेइंग 11 के चयन को लेकर भी सवाल उठा रहे है.
पुरे टूरनामेंट में कप्तान रोहित का बल्ला शांत रहा है. उन्होंने 6 मैचों में 19.33 की बेहद साधारण औसत से महज 116 रन बनाये. सिर्फ नीदरलैंड के खिलाफ ही रोहित अर्धशतक का आकड़ा छू पाये. वही बाकि टीमों के खिलाफ वो 30 रन भी नहीं बना पाये.
वही उप्कतान और रोहित के साथी ओपनर के एल राहुल का भी हाल ऐसा ही रहा. 6 मैचों में 21.33 की औसत से महज 128 रन ही बना पाये. हालांकि उन्होंने 2 अर्धशतक लगाये लेकिन दोनों ही ज़िम्बाब्वे और बांग्लादेश जैसी छोटी टीमों के खिलाफ थे. पाकिस्तान, अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ उनका बल्ला भी शांत ही रहा.
सेमीफाइनल में पिच सपाट थी और बल्लेबाजी के मुफीद थी. ऐसे दोनों ही ओपनर्स को पॉवर प्ले का फायदा उठा कर रन जोड़ने चाहिए थे. जबकि इसके इतर भारत का स्कोर 6 ओवेरों की समाप्ति पर महज 33 रन था जिससे बड़े स्कोर की उम्मीद भी ख़त्म हो गयी. जबकि इंग्लैंड के बल्लेबाज शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों पर हावी रहे. जिससे की उन्होंने महज 16 ओवेरों में ही बिना विकेट खोये 168 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया.
लोगों ने टीम मैनेजमेंट और चयन को लेकर भी काफी सवाल खड़े किये है. जब दूसरी टीमों के लेग स्पिनर अपनी अपनी टीमों के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे तो चहल को भारत की तरफ से क्यूँ नहीं खिलाया गया. चहल को टूर्नामेंट में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. साथ ही पंत और कार्तिक को लेकर भी असमंसज की स्थिति रही. जब टीम में पंत का चयन बीच के ओवेरों में स्पिनर के विरुध तेज गति से रन बनाने के लिए हुआ था तो उन्हें ऊपर क्यों नहीं भेजा गया.
ऐसे बहूत सारे सवाल है जिनपर भारतीय टीम को काम करने की जरुरत है. पिछले 8 सालों में भारतीय टीम बड़े नॉक आउट और फाइनल मुकाबलों को जितने में असफल रही है. ऐसे में अगले साल भारत में होने वाले एक दिवसीय वर्ल्डकप को लेकर तैयारी अभी से चालू करने की जरुरत है. खास कर ओपनर की समस्या को सुलझाने की सबसे ज्यादा आवश्यकता है. तभी टीम वहां परिणाम अपनी इच्छा अनुरूप पा सकेगी.