UKPSC Recruitment update: उत्तराखंड में भर्ती घोटालों को लेकर लगातार मुखर रहे कांग्रेस विधायक दल के उप नेता प्रतिपक्ष व खटीमा के विधायक भुवन कापड़ी ने देहरादून स्थित कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार के मामलों को रखा.
बता दे उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की भर्तियों में बड़े स्तर पर धांधली सामने आने के बाद करीब 8 हजार पदों वाली भर्तियों को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) को ट्रांसफर कर दी गई. लेकिन अब यूकेपीएससी की भर्तियों पर भी गंभीर सवाल उठने लगे. साथ ही आरटीआई के माध्यम से मांगी गई कॉपी में नंबर में छेड़छाड़ का दावा किया जा रहा है. और आयोग की नियमावली पर भी सवाल खड़े किए गए हैं.
उप नेता प्रतिपक्ष ने लोक सेवा आयोग द्वारा 2015 में आयोजित की गई पॉलिटेक्निक प्रवक्ता परीक्षा पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने बताया कि, आयोग की नियमावली के अनुसार एक पद के सापेक्ष 5 लोगों को इंटरव्यू में बुलाया जाएगा, लेकिन नियम विरुद्ध 8 बुलाए गए और आठवें अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया, जो साफ-साफ भ्रष्टाचार को इंगित कर रहा है.
इसके अलावा भी उन्होंने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा हाल ही में जारी किए गए जेई (JE) और एई (AE) के रिजल्ट को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि, एई में तो 3 गुने बुलाए हैं जबकि जेई में 5 गुने बुलाकर फिर से नियमों का उल्लंघन किया है. कापड़ी ने कहा कि, इस तरह इसमें भी भ्रष्टाचार करने की तैयारी है. ऐसे आयोग को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों का जिम्मा भी दिया गया है. साथ ही उप नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से मांग की है कि, विधानसभा में उठाए इस मामले पर जांच के साथ-साथ इन कॉपियों की फॉरेंसिक जांच हो.
उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने सरकार से ‘समूह ग’ की भर्तियों में स्थाई प्रमाण पत्र अनिवार्य करने की भी मांग की है. उन्होंने कहा कि, केवल उत्तराखंड बोर्ड से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पास करने की शर्त को हटाया जाए जिससे समूह ‘ग’की भर्तियों में प्रदेश के युवाओं का अधिकार सुरक्षित रहे. साथ ही उन्होंने उत्तराखंड में लगातार भर्तियों में धांधली को देखते हुए एक निगरानी कमेटी के गठन की मांग की है. जिस कमेटी में पक्ष विपक्ष के लोग हों और उस कमेटी की निगरानी में भर्तियां करवाई जाए. जिससे उत्तराखंड के युवाओं का भविष्य सुरक्षित रहे और पारदर्शिता से परीक्षाएं आयोजित कर चयन हो.