देहरादून के घंटाघर स्थित एमडीडीए कॉम्पलेक्स में आंचल कैफे का उद्घाटन किया गया. सरकार के अपने ब्रांड आंचल दूध से बने उत्पादों की मार्केटिंग और रोजगार के लिए प्रदेश भर में इस तरह के 100 आंचल कैफे खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है. दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसकी घोषणा की.
विभागीय मंत्री ने कहा कि दुग्ध बाजार में दूसरे राज्यों ने कब्जा जमाया हुआ है. इस स्पर्धा में टक्कर देने के लिए आंचल दूध व उत्पादों की ब्रांडिंग करने की आवश्यकता है. साथ ही गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा. आंचल का पहला कैफे शहीद जगदीश प्रसाद की पत्नी कंचनी देवी को आवंटित किया गया. उन्होनें कहा कि 2 माह के भीतर देहरादून के महत्वपूर्ण स्थानों पर 10 आंचल कैफे और स्थापित किए जाएंगे. साथ ही दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भूसे में 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का निर्णय लिया है. ताकि दुग्ध पालकों को राहत मिल सके.
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजपुर के विधायक खजान दास ने की. उन्होंने कहा कि आंचल डेयरी में अच्छा कार्य किया जा रहा है और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए स्कीम बनाई जा रही है जो बहुत अच्छी बात है. नगर निगम मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि आंचल कैफे से युवाओं को रोजगार मिलेगा. डेयरी विभाग के परियोजना निदेशक जयदीप अरोड़ा ने आंचल कैफे योजना के बारे में जानकारी दी.