बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील क्षेत्र के शामा कनोली मोटर मार्ग पर हुए भीषण सड़क हादसे में हुई चार लोगों की अकस्मात मौत की खबर से समूचे क्षेत्र में शोक की लहर है.
बता दें कि इस भीषण सड़क हादसे में वाहन स्वामी एवं चालक दरपान सिंह कोरंगा की भी मौके पर ही मौत हो गई थी. बताया गया है कि मृतक दरपान सिंह भारतीय सेना की असम राइफल्स से रिटायर्ड सूबेदार थे. वर्षों पहले उनका परिवार अपने पैतृक गांव ह्यूंडुंगरा से नैनीताल जिले के लालकुआं क्षेत्र के बिंदुखत्ता में बस गया था. इन दिनों दरबान अपने छोटे बेटे की शादी के पश्चात कुलदेवता की पूजा कर आर्शीवाद लेने के लिए अपने परिवार के साथ गांव आए थे. गुरुवार शाम को पिथौरागढ़ जिले के होकरा में स्थित मंदिर में सामूहिक पूजा करने के उपरांत वह अपने गांव की ओर लौट रहे थे इसी दौरान यह भीषण सड़क हादसा घटित हो गया.
जानकारी के अनुसार वर्तमान में राज्य के नैनीताल जिले के लालकुआं क्षेत्र के बिंदुखत्ता के शास्त्रीनगर निवासी दरपान सिंह कोरंगा मूल रूप से बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील क्षेत्र के दूरस्थ ह्यूंडुंगरा गांव के रहने वाले थे. 6 माह पूर्व ही वह असम राइफल्स से सूबेदार पद पर रिटायर्ड होकर अपने घर आए थे. बताया गया है कि एक पखवाड़े पूर्व ही उन्होंने अपने छोटे बेटे कैलाश कोरंगा का विवाह बड़ी धूमधाम से किया था. जिसके बाद वह अपने विरादरी के लोगों के साथ कुलदेवता की सामूहिक पूजा करने के लिए अपने गांव गए हुए थे. उनकी आकस्मिक मौत की खबर से जहां उनकी पत्नी कलावती देवी, जेष्ठ पुत्र प्रकाश कोरंगा, बेटी कविता का रो-रोकर बुरा हाल है वहीं उनके नवविवाहित छोटे बेटे कैलाश की आंखों से भी अश्रुओं की धारा थमने का नाम नहीं ले रही हैं.
गौरतलब है कि बीते रोज हुए इस भीषण सड़क हादसे में दरपान के साथ ही लाली देवी पत्नी खुशाल सिंह, गोपाल सिंह की पत्नी गोपुली देवी और भनार निवासी पान सिंह की पत्नी मानुली देवी की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि चार वर्षीय मासूम बच्ची ज्योति समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.