भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से 314 कैडेट्स पासआउट होकर देश की सेना में अफसर बन गए. शनिवार को सुबह नौ बजे बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर सेंट्रल कमांड के जीओसी इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी पासिंग आउट परेड की सलामी ली. शनिवार सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड शुरू हुई. भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम, आईएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे. परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग व ओथ सेरेमनी में भाग लेने के बाद सभी जेंटलमैन कैडेट सेना में अफसर बन गए हैं.
पासिंग आउट परेड में उत्तर प्रदेश के 51, हरियाणा के 30 और उत्तराखंड के 29 कैडेट्स सेना में अफसर बने। शनिवार सुबह नौ बजे बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर सेंट्रल कमांड के जीओसी इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी पासिंग आउट परेड की सलामी ली.
इस दौरान 11 मित्र देशों के 30 कैडेट्स भी अंतिम पग भरकर अपने-अपने देश की सेनाओं का हिस्सा बने. जिसमें भूटान के 13 कैडेट्स, मालदीव के 3 कैडेट्स, म्यांमार का 1 कैडेट, नेपाल के 2 कैडेट्स, श्रीलंका के 4 कैडेट्स, सूडान का 1 कैडेट, तंजानिया का 1 कैडेट, तुर्किस्तान का 1 कैडेट, वियतनाम का 1 कैडेट, उज्बेकिस्तान का 1 कैडेट और तजाकिस्तान के 2 कैडेट्स शामिल हैं.
पासिंग आउट परेड में पहले बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को शामिल होना था. लेकिन, किन्हीं कारणों से एक दिन पहले उनका कार्यक्रम रद्द हो गया. वहीं बता दे कि उत्तराखंड के युवाओं में देशभक्ति की भावना कूट-कूटकर भरी है. आईएमए से सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर पासआउट होने वाले जेंटलमैन कैडेट्स की संख्या इसकी तस्दीक करती है.