उत्तराखंड स्थापना दिवस पर राजधानी देहरादून के पुलिस लाइन ग्राउंड में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह मुख्य अतिथि के तौर परेड में शामिल होने आये थे. उन्होंने रैतिक परेड का निरिक्षण कर सलामी भी ली. उनके साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार समेत कई मंत्री और गणमान्य लोग भी मौजूद थे.
इस मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा, “जब हम राज्य स्थापना के 25 वर्ष मना रहे होंगे तब उत्तराखंड कैसा होगा और अमृत महोत्सव के अंतिम सोपान में उत्तराखंड किस स्वरुप में होगा, हमें यह तय करना है.” उन्होंने राज्य निर्माण आन्दोलन से जुड़े सभी ज्ञात अज्ञात अमर शहीदों और आन्दोलनकारियों को नमन किया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी आन्दोलनकारियों और शहीदों को नमन करते हुए कहा की उत्तराखण्ड के आन्दोलन का इतिहास और लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों को पाठ्य पुस्तकों में शामिल किया जायेगा. उन्होंने कहा,” राज्य सरकार के सकल घरेलू उत्पाद को वर्ष 2027 तक दोगुना किया जायेगा. प्रदेश में उर्जा उत्पादन को बढ़ाने और निवेशकों को आकर्षित करने हेतु तीन माह में सरलीकृत लघु जल विद्युत् नीति और सौर उर्जा नीति बनाई जाएगी.”
साथ ही उन्होंने ये भी कहा की जम्मू-कश्मीर एवं हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तरखण्ड में भी कम मूल्य वाली फसलों के स्थान पर उच्च मूल्य वाली फसलों को बढ़ावा दिया जायेगा. पर्यटन के क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए तीन माह के भीतर नयी पर्यटन नीति बनाई जाएगी.
पुलिस अधिकारी और राज्य विभूतियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक प्राप्त पुलिस अधिकारीयों को सम्मानित किया. मुख्यमंत्री धामी के साथ उत्तराखंड पुलिस पत्रिका-2022 का विमोचन किया और नैनीताल जनपद के चोरगलिया थाणे को सर्वश्रेष्ट पुलिस थाने के अवार्ड से नवाजा.
साथ ही उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में देश भर में अपनी पहचान बनाने वाले उत्तराखंड की विभूतियों को उत्तराखंड गौरव सम्मान-2022 से सम्मानित किया. इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाकार अजित डोभाल, सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, भूतपूर्व चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ स्व. जनरल विपिन रावत, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. एनडी तिवारी, पर्यावरणविद डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, साहित्यकार रस्किन बांड, पर्वतारोही बछेंद्री पाल, लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी, गीतकार स्व. गिरीश चन्द्र तिवारी ‘गिर्दा’ और कवि स्व. विरेन डंगवाल है.