एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने खान के घर और उनके अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान खान के सहयोगियों के यहां से 12 लाख रुपये और कारतूस के साथ एक बिना लाइसेंस वाला हथियार बरामद किया गया था. इसी के आधार पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
एसीबी दिल्ली वक्फ बोर्ड में भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है. एसीबी ने दो साल पुराने भ्रष्टाचार मामले में पूछताछ के लिए बृहस्पतिवार को खान को नोटिस जारी किया था. ओखला क्षेत्र से विधायक खान को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 2020 में दर्ज एक मामले में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
इससे पहले, एसीबी ने उपराज्यपाल के सचिवालय को पत्र लिख कर खान को दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाने का अनुरोध किया था. एसीबी ने पत्र में दावा किया था कि खान ने अपने खिलाफ मामले में गवाहों को धमकाकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की.
वहीं, अमानतुल्लाह खान पर दर्ज केस को आम आदमी पार्टी (आप) ने फर्जी बाताया है. AAP ने कहा, ”खान को एक निराधार मामले में गिरफ्तार किया गया है. छापेमारी के दौरान उनके आवास या कार्यालय से कुछ भी नहीं मिला. विधायक को झूठे मामले में फंसाने और हमारी पार्टी को बदनाम करने की यह नई साजिश है.”
अमानतुल्लाह खान ने कहा –
दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खान ने नोटिस के बारे में ट्वीट किया था और इसमें दावा किया था कि उन्हें तलब किया गया है, क्योंकि उन्होंने एक नया वक्फ बोर्ड कार्यालय बनाया है।
शाम के करीब चार बजे अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट कर कहा था, ”मुझे पूछताछ के लिए ACB दफ़्तर बुलाया गया और पीछे से मेरे घरवालों को प्रताड़ित करने दिल्ली पुलिस को भेजा गया. दिल्ली के उपराज्यपाल साहब, सच को कभी आंच नहीं आती है याद रखिएगा. मुझे इस देश के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.”