उधमसिंहनगर में तैनात दरोगा कविंद्र शर्मा (चौकी इंचार्ज) के खिलाफ शासन स्तर पर बनी राज्य स्तरीय सतर्कता सीमित ने विजिलेंस जांच की सिफारिश की है। शासन को इनके खिलाफ आय से अधिक संपति की गंभीर शिकायतें मिली थी जिसके आधार पर निर्णय लेते हुये शासन ने जांच के आदेश दे दिये है।
उधमसिंहनगर जिला कानून व्यवस्था के साथ साथ तैनाती समय समय पर चर्चाओं से लेकर बीते दिनों विधानसभा सत्र के दौरान लगे आरोपों के कारण भी सुर्खियो में रहा है।। गृह विभाग के सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति का ही ये हिस्सा है जल्द ही कुछ अन्य कर्मी भी विजिलेंस जांच के रडार पर आ सकते है ऐसी चर्चायें आम है।
इससे पहले 2015 दरोगा सीधी भर्ती धांधली मामले में विजिलेंस की प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस मुख्यालय ने 20 दरोगा को निलंबित किया था। 2015 में भर्ती हुए यह दरोगा जांच पूरी होने तक निलंबित रहेंगे। पता चला था कि इस भर्ती में नकल करने के बाद दरोगा में सफलता पाई। इस मामले की जांच शासन के निर्देश पर विजिलेंस को दी गई थी। विजिलेंस सेक्टर हल्द्वानी मामले की जांच कर रहा है।