दिल्ली पुलिस ने 10 जून 2025 को कालकाजी विस्तार इलाके में ग्रामीणों और झुग्गीवासियों के निवास स्थानों पर जारी अवैध डेमोलिशन के विरोध में प्रदर्शन कर रहीं आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायिका आतिशी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उन्हें उस समय हटाया जब वह तीन दिन में खाली कराये जाने की भाजपा-शासित नगर निगम की नोटिस और सीएम रेखा गुप्ता के आदेशों का जवाब मांग रही थीं।

गिरफ्तार किए जाने के बाद आतिशी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “झुग्गीवासियों की हाय लगेगी,” और आरोप लगाया कि उन पर “एक्सप्रेशन का अधिकार छीनने” का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र व राज्य दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि जमीन पर पहली बार नजर आने वाले कुछ ‘विशेष अधिकारियों’ ने सत्ताधारी दल की प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए गरीबों के घर उजाड़ने की साजिश रची है।
पुलिस का कहना है कि हिरासत में लेना प्रदर्शन को शांतिपूर्ण बनाए रखने और “अनुचित अवरोध” हटाने के लिए अनिवार्य था, लेकिन AAP का दावा है कि यह राजनीतिक प्रताड़ना का नया तरीका है। विपक्षी दलों ने भी इस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे “लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन” बताया है।

दिल्ली में अगले सप्ताह विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है, जहां इने कार्रवाइयों को लेकर गरमा-गरम बहस की उम्मीद है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि आतिशी की रिहाई तक उनका धरना जारी रहेगा और यदि अविलंब कार्रवाई नहीं रुकी तो वे अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।