बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए आज शाम 3:35 बजे पूरे विधि विधान के साथ बंद हो जाएंगे. कपाट अब 5 माह पश्चात ही खुलेंगे. तब तक के लिए भक्त भगवान बद्रीनाथ के दर्शन पांडुकेश्वर या जोशीमठ में कर सकेंगे.
बद्रीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कपाट बंद होने से पूर्व भगवान को ऊनी घृत कम्बल ओढ़ाया जाता है. ये कम्बल माणा की बालिकाएं बुन कर भगवान को समर्पित करती है. कपाटबंदी के लिए सभी तैयारी पुरी कर ली गई है. पुरे बद्रीनाथ धाम को फुलों से सजाया गया है.
आपको बता दे की इस वर्ष भगवान बद्रीनाथ के दर्शन रिकार्ड 17.47 लाख श्रधालुओं ने किया. कोरोना कि वजह से भक्तों के लिए 2 साल तक बंद रहने के बाद इस साल भगवान के द्वार दर्शन के लिए खोले गए थे.