देहरादून में आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित जोशी ने एक बयान जारी कर प्रेमचंद अग्रवाल को आड़े हाथ लेते हुए उनके उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि “अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोई वीआईपी है. उनके इस बयान पर अमित जोशी ने तंज करते हुए कहा यह बहुत आश्चर्यजनक है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता, विधायक, मंत्री अपराधियों को बचाने में लगे हैं जबकि इस मुद्दे पर एसआईटी की जांच चल रही है और पुलिस द्वारा अपराधियों का नारकोटिक टेस्ट कराए जाने की बात कही जा रही है ऐसे में इस प्रकार के बयान देकर भारतीय जनता पार्टी अंकिता भंडारी के दरिंदों को ना सिर्फ बचाने का प्रयास कर रही है बल्कि पूरी जांच को ही प्रभावित करना चाहती है.
अमित जोशी ने आगे कहा जिस मामले में हाई कोर्ट में केस चल रहा हो उस मामले में इस प्रकार के बयान बाजी करना कहां तक उचित है. उन्होंने कहा कि जब जनप्रतिनिधि ही इस प्रकार की टिप्पणी करने लगे तो प्रदेश की जनता अपने आप को कैसे सुरक्षित समझेंगे. क्या भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने आप को कोर्ट से बड़ा समझते हैं जो इस प्रकार की बयान बाजी कर रहे हैं.
अमित जोशी ने कहा जिस प्रकार से पहाड़ के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है और भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपराधियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है उससे यह स्पष्ट होता है कि इस पूरे प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी के कुछ वीआईपी लोग संलिप्त है. साथ ही उन्होंने अमित जोशी ने उत्तराखंड पुलिस एवं उच्च न्यायालय से इस पूरे मामले में संज्ञान लेने की अपील भी की है.