प्रदेश के विद्यालयों में कम हो रहे पुस्तकों की संख्या से परेशान, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने एक और निर्णय लिया है, जिसे जानकर आपको भी खुशी होगी. सरकारी और अशासकीय स्कूलों के बच्चों को किताबें देने के लिए हर स्कूल में बुक बैंक बनाया जाएगा.
बता दें कि 2023-24 शिक्षा सत्र का शुभारंभ प्रदेश के स्कूलों में कुछ दिन पहले से ही हो गया था. इसके बाद से बच्चे स्कूल तो जा रहे हैं, मगर फिलहाल उनके हाथ खाली हैं. दरअसल, सरकारी और अशासकीय स्कूलों के करीब 11 लाख छात्र छात्राओं तक सरकार मुफ्त किताबें नहीं पहुंचा सकी है. ये समस्या अगले साल भी बनी ना रहे, इसलिए एक निर्णय लिया गया है. शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने हर स्कूल में बुक बैंक बनाने के निर्देश दिए हैं.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अगले साल ऐसी दिक्कत ना हो, इसलिए सभी स्कूलों में बुक बैंक बनेगा. जहां पहले से किताबें विद्यार्थियों के लिए रखी जाएंगी. इसके संबंध में निर्देश भी जारी हो गए हैं. गौरतलब है कि प्रदेश में इस साल अशासकीय स्कूलों के बच्चों को मुफ्त में कोर्स उपलब्ध कराया जा रहा है. पहली बार कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को इसका लाभ मिलने जा रहा है. शिक्षा मंत्री ने लेटलतीफी का कारण,बजट में देरी को बताया है.हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया है कि आगे से इस तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.