उत्तरकाशी के पुरोला में सामने आए नाबालिग हिंदू लड़की को भगाने का मामला इतना बड़ गया कि देवभूमि की शांत फिजाओं में नफरत और सांप्रदायिकता का जहर घुलता चला गया।
विरोध, प्रदर्शन, तोड़फोड़, पोस्टरबाजी के बीच अब महापंचायत रोकना पुलिस-प्रशासन के लिए बहुत मुश्किल हो गया है। अब तक इसके चलते 13 परिवार पलायन कर चुके है।
सरकार ने सत्यापन अभियान छेड़ दिया है। उधर, मंगलवार को देश के 52 पूर्व आईएएस-आईएफएस अफसरों ने भी राज्य सरकार को चिट्ठी लिखते हुए महापंचायत पर रोक लगाने की मांग की है।
प्रशासन और पुलिस मामले को संभालने में जुटे हुए हैं। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला लगातार महापंचायत टालने की कोशिशें कर रहे हैं। दूसरी ओर, देहरादून में भी मुस्लिम समुदाय ने 18 जून को महापंचायत का एलान कर दिया है। समुदाय का कहना है कि इसमें पहाड़ से हो रहे पलायन पर मंथन किया जाएगा। पुलिस का दावा है कि कोई महापंचायत नहीं होने दी जाएगी।