डिजिटलीकरण के बाद से पूरे विश्व में एक नया डिजिटल दौर का युग आरंभ हो चुका है, डिजिटल मार्केटिंग को लेकर खूब क्रेज देखा जा सकता है,आम जन से लेकर, नेताओं, व्यवसायों और उपभोगताओं ने डिजिटल मीडिया के जरिए अपनी पहुंच बनाई, या अन्य कोई भी व्यवसाय से जुड़े लोग, हर कोई जनता तक पहुँचने के लिए डिजिटल सेवाओं का सहारा ले रहे हैं।
ऐसे में इसी साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों हुए, चूंकि यह साल भी महामारी की चपेट में रहा जिससे नेताओं को अपने वोटर्स तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, इसी समस्या के समाधान के लिए विभिन्न कार्यक्षेत्रों से जुड़े उत्तराखंड के कुछ युवाओं ने ‘चुनाव मित्र’ के नाम से स्टार्टअप शुरू करते हुए उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा के 15 से अधिक नामी नेताओं व देशभर के विभिन्न व्यवसायों को डिजिटल मार्केटिंग व डिजिटल पीआर के जरिए प्रचार प्रसार में अपनी सेवाएं दी।
चुनाव मित्र के को-फाउंडर दीप प्रकाश पंत बताते हैं कि चुनाव मित्र एक 360 डिग्री पॉलिटिकल मैनेजमेंट और मार्केटिंग फर्म है, हमने उत्तराखंड, पंजाब और गोवा विधानसभा चुनावों में 15 से अधिक बड़े नेताओं के साथ काम किया जिसमें हमें सफलता 80% रही।
वहीं चुनाव मित्र की राजनैतिक विशेषज्ञ डिम्पल सिंह बताती हैं की वे पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से इस फील्ड में अपनी सेवाएं दे रही है, पिछले अनुभवों और राजनैतिक सक्रियता का लाभ उन्हें कैंपेनिंग में लगातार मिल रहा है।
तकनीकी और डिजिटल मार्केटिंग स्किल्स के दम पर चुनाव प्रचार प्रसार को नए व क्रिएटिव ढंग से वोटर तक पहुंचाने के सवाल पर चुनाव मित्र के डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ सुबोध डंगवाल और देवांश नौटियाल बताते हैं की सालों से आईटी व डिजिटल मार्केटिंग फील्ड में विभिन्न कंपनियों और ब्रांड्स को अपनी सेवाओं के जरिए डिजिटल प्लेटफार्म पर स्थापित करने के उनके अनुभव से उन्हें वोटर्स को समझने में आसानी मिली।
जबकि राजनीति की समझ ने सही वक्त पर सही कैंपेन करने में सक्षम बनाया।
कहते हैं जहां चाह है वहां राह है,
उत्तराखंड के इन युवाओं ने यह बात सही साबित करके दिखाई है।
तमाम मुश्किलों और न्यूनतम संसाधनों के बावजूद इस मुकाम तक पहुंचना, वास्तव में उत्तराखंड के युवाओं के लिए यह प्रेरणास्रोत हैं।