टाइगर कंजरवेशन फाउंडेशन फॉर सीटीआर की शासी निकाय की 9वीं बैठक वन मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस दौरान मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की ओर से टाइगर कंजरवेशन फाउंडेशन में किए जाने वाले कार्यों से वन्यजीव व स्थानीय ग्रामीणों को होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई।
आने वाले दिनों में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत पौड़ी जिले के मैदावन क्षेत्र की तरफ से पार्क में सफारी के लिए नया गेट शुरू किया जा सकता है। इसके अलावा कॉर्बेट में वर्ष 2018 से बंद हाथी सफारी एक बार फिर शुरू की जा सकती है। इस संबंध में टाइगर कंजरवेशन फाउंडेशन फॉर सीटीआर की शासी निकाय की 9वीं बैठक में चर्चा की गई।
शनिवार को राज्य वन मुख्यालय के मंथन सभागार में टाइगर कंजरवेशन फाउंडेशन फॉर सीटीआर की शासी निकाय की 9वीं बैठक प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सीटीआर के निदेशक धीरज पांडेय की ओर से वर्ष 2023-24 के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना की जानकारी साझा की गई।
घटनाओं पर प्रमुखता से चर्चा
वहीं, उप निदेशक दिगांथ नायक की ओर से फाउंडेशन की किए गए कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया गया। वहीं, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा की ओर से टाइगर कंजरवेशन फाउंडेशन में किए जाने वाले कार्यों से वन्यजीव व स्थानीय ग्रामीणों को होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई।
बैठक में उपस्थित स्थानीय विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र में मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं की प्रभावी रोकथाम व पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपने सुझाव दिए। इसके तहत विजरानी जोन में इस तरह की घटनाओं पर प्रमुखता से चर्चा हुई।
सुदृढ़ीकरण का सुझाव दिया
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने स्थानीय क्षेत्रवासियों की जन सहभागिता बढ़ाने व स्थानीय स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों में जागरूकता बढ़ाए जाने के लिए फाउंडेशन को और अधिक रचनात्मक कार्य शुरू किए जाने के लिए सुझाव दिए। इसके अलावा सीटीआर में पर्यटन को बढ़ाने के लिए वन मोटर मार्ग व संचार व्यवस्था को और सुदृढ़ीकरण का सुझाव दिया गया।