रामनगर जिम कार्बेट नेशनल पार्क में बाघिन की मौत से हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची आला अधिकारियों की टीम ने मौका मुआयना कर मृत मादा बाघिन के शव को कब्जे में लिया जिसका आज गठित चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम कर उसके शरीर को नष्ट कर दिया.
पार्क के वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने बताया कि घटना सोमवार देर साए की बताई जाती है जब ढेला रेंज के ढेला पूर्वी बीट के कक्ष संख्या 8 में पहाड़ी पर करीब 1 किलोमीटर ऊंचाई पर गश्ती दल को गश्त के दौरान एक मृत बाघिन का शव मिला. घटना की सूचना मिलने के बाद प्रभागीय वन अधिकारी तराई पश्चिमी प्रकाश चंद्र आर्य की देख-रेख में उप प्रभागीय वन अधिकारी बिजरानी डॉक्टर शालिनी जोशी. तथा उप प्रभागीय वन अधिकारी कालागढ़ कुंदन सिंह खाती पूर्व उप प्रभागीय वन अधिकारी मौके पर पहुंचे.
द कार्बेट फाउंडेशन प्रतिनिधि मोहन बधानी की देखरेख में टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ डॉक्टर दुष्यंत शर्मा तथा पश्चिमी व्रत हल्द्वानी के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आयुष उनियाल की टीम ने मृत मादा बाघ के शव का पोस्टमार्टम कर उसके शरीर को नष्ट कर दिया.
प्रभागीय वन अधिकारी तराई पश्चिम प्रकाश चंद आर्य ने बताया कि प्रथम दृष्टया मृत मादा बाघ का शव करीब एक हफ्ता पुराना लग रहा है तथा आपसी संघर्ष के चलते इसकी मौत होना प्रतीत हो रही है करीब 6 से 7 साल उम्र की बाघिन के शव पर चोटों के निशान देखे गए हैं जबकि उसके सभी अंग सुरक्षित पाए गए है लेकिन इस घटना की की सही वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही प्राप्त हो सकेगी.