पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा बद्रीनाथ धाम पहुँचकर यात्रा एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर अतिथि देवो भव की भावना से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने हेतु दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने चार धाम यात्रा एवं सुरक्षा व्यवस्था के निरीक्षण को लेकर बद्रीनाथ धाम का भ्रमण किया, इस दौरान उन्होंने बद्रीनाथ धाम मन्दिर परिसर के आस-पास के स्थानों की सुरक्षा एवं मन्दिर के बाहर एवं अन्दर की सुरक्षा व्यवस्थाओं तथा भीड़ नियंत्रण हेतु बनाये गये पुलिस प्रबन्धन का जायजा लिया उसके बाद उन्होंने श्रद्धालुओं से भी संवाद स्थापित किया।
ड्यूटी कर रहे जवानों का बड़ाया हौसला
गढवाल भ्रमण के दौरान पुलिस महानिदेशक द्वारा बद्रीनाथ धाम का भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया। उसी दौरान उन्होने विषम परिस्थितियों में ड्यूटी कर रहे जवानों का भी हौसला बड़ाया, साथ में जवानों को निर्देश दिये कि चार धाम यात्रा पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु हमारे अतिथि के समान है, हमें अतिथि देवो भव की भावना के साथ यात्रियों की सुरक्षा एवं सहयोग करते हुए, बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सहभागी बनकर उन्हें सुव्यवस्थित एवं कतारबद्ध तरीके श्री हरि के दर्शन कराने हैं। साथ ही श्रद्धालुओं के साथ मधुर एवं विनम्र व्यवहार करके कर्तव्यों का निर्वहन करना है। बुजुर्ग, दिव्यांग और बीमार श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर समिति के सदस्यों से समन्वय स्थापित कर सुगमता से दर्शन कराने हैं।
रजिस्ट्रेशन की तिथि से पूर्व यात्रा पर न आएं
लगातार बढ़ते हुए जनसैलाब को देखते हुए पुलिस महानिदेशक द्वारा बताया गया कि उत्तराखण्ड पुलिस आपकी यात्रा को सरल, सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए लगातार तत्पर है, लेकिन कोई भी यात्री बिना रजिस्ट्रेशन व रजिस्ट्रेशन की तिथि से पूर्व यात्रा पर न आएं। इससे धाम में अव्यवस्था होती है जिस कारण भक्त अच्छे से दर्शन नहीं कर पाते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि धामों में भीड़ के अत्याधिक दबाव के कारण वाहनों को विभिन्न जगहों पर रोका जा रहा है।
व्यवस्थाओं का किया भैतिक निरीक्षण
पुलिस महानिदेशक द्वारा चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सीजन ड्यूटी में नियुक्त जनपद व बाहरी जनपदों से आये पुलिस बल के ठहरने हेतु आवासीय बैरिक, बिजली, पानी, शौचालयों की व्यवस्थाओं का भैतिक निरीक्षण किया गया। साथ ही बद्रीनाध धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्यों के कारण यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए सम्बन्धित निर्माण इकाई से समन्वय स्थापित कर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने हेतु निर्देश दिये गये।