उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश व रुड़की समेत समूचे गढ़वाल मंडल में शुक्रवार को रोडवेज बसों का संचालन ठप रहेगा. जिसका वजह रोडवेज कर्मचारियों के आंदोलन बताया जा गया है. दिल्ली मार्ग समेत जयपुर, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, आगरा, लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, धर्मशाला, पानीपत, लुधियाना, सहारनपुर आदि समेत स्थानीय मार्गों पर भी बस संचालन पूरी तरह बंद रहेगा. वहीं, कर्मचारियों ने गुरुवार रात जाने वाली लंबी दूरी की बसों का संचालन करने से भी इनकार कर दिया.
गुरुवार को रोडवेज प्रबंधन ने कर्मचारियों को सुलह वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन रोडवेज के प्रबंध निदेशक रोहित मीणा खुद वार्ता में नहीं पहुंचे. इससे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने अपना आंदोलन स्थिगत करने से मना कर दिया.
कर्मचारियों ने कहा कि 31 जनवरी से पूरे प्रदेश में बेमियादी हड़ताल शुरू कर बसों का चक्का-जाम कर दिया जाएगा. करीब 3000 संविदा व विशेष श्रेणी कर्मचारियों के नियमितीकरण व तत्काल 500 बसों की खरीद की मांग को लेकर रोडवेज के पांच कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने सोमवार से आंदोलन शुरू किया हुआ है. सोमवार को टनकपुर मंडल और मंगलवार को नैनीताल मंडल में एक दिन की हड़ताल रही और बस संचालक शत प्रतिशत ठप रखा गया. शुक्रवार को देहरादून मंडल में एक दिन की हड़ताल का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित है और 31 जनवरी की मध्य रात्रि 12 बजे से पूरे प्रदेश में बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी हुई है. इससे घबराए प्रबंधन ने सुलह वार्ता के प्रयास करते हुए कर्मचारियों से बुधवार शाम वार्ता की थी, जो विफल रही थी.