सूबे में शिक्षा व्यवस्था को ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लाने एवं निरंतर अनुश्रवण व मूल्यांकन करने दृष्टिगत स्वीकृत विद्या समीक्षा केन्द्र बनकर तैयार हो गया है। जिसका शुभारम्भ शीघ्र ही केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के द्वारा किया जायेगा। विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना से विद्यालयी शिक्षा के अंतर्गत समस्त शिक्षकों एवं अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का सम्पूर्ण डाटा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा। जिसको शासन एवं विभागीय अधिकारी अपने कार्यालय से एक क्लिक पर देख सकेंगे।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि समग्र शिक्षा के अंतर्गत वर्ष 2022 में केन्द्र सरकार ने राज्य में विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना हेतु करीब 5 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी। विभाग द्वारा केन्द्र की स्थापना के लिये कार्यदायी संस्था के रूप में भारत सरकार के उपक्रम टीसीआईएल का चयन किया गया।
विद्या समीक्षा केन्द्र में छात्र-छात्राओं के रियल डाटाबेस को स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास एवं समाज कल्याण आदि विभागों से जोड़ने भी व्यवस्था होगी। इसके लिये विद्यालय से लेकर राज्य स्तर तक के सभी हितधारकों को यूजर आईडी उपलब्ध कराई जायेगी जिससे कि समय-समय पर नवीन अंकड़ों को अपडेट किया जा सके। समग्र शिक्षा के अपर परियोजना निदेशक डा. मुकुल सती ने बताया कि विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थपना से छात्र-छात्राओं का समस्त विवरण, उपस्थिति, उपलब्धि, अध्यपकों का सम्पूर्ण विवरण, विद्यालयों का भौतिक विवरण सहित प्रत्येक विद्यालय को उपलब्ध धनराशि एवं उसके स्त्रोत की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी।
इसके अलावा छात्र-छात्राएं एवं शिक्षकों की जिओ फेंसिंग बेस्ड ऑनलाइन/ रियल टाइम उपस्थिति मौजूद रहेगी। उन्होंने बताया कि विद्या समीक्षा केन्द्र में ऐसी व्यवस्था भी की गई है यदि दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यालयों में नेटवर्क के अभाव में दर्ज की गई उपस्थिति नेटवर्क के आने पर स्वतः ही अपलोड हो जायेगी।