पटवारी-लेखपाल और उत्तराखंड जेई भर्ती में हुई गड़बड़ी के बाद अब 9 अप्रैल को फॉरेस्ट गार्ड की परीक्षा फिर होने जा रही है, जिसके पेपर लीक मामले के आरोपियों नाम शामिल होने के आसार हैं।
आयोग ने 10 फरवरी को अपनी वेबसाइट पर जारी करते हुए बताया था की इन सभी को परीक्षाओं से पांच साल
के लिए प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आरोपियों को पुलिस ने चिन्हित कर राज्य लोक सेवा आयोग मे भेजा है।
अपराधि आयोग को नोटिस का जवाब नहीं दे रहे हैं। अभी तक कुछ के जवाब ही सामने आये हैं। जिसकी वजह से आयोग अभी तके उन्हें प्रतिबंध नहीं कर पाया है। फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद नौ फरवरी को पुलिस ने एक सूची आयोग को भेजी थी। जिसमें पटवारी लेखपाल भर्ती के 44 और जेई भर्ती के 12 ऐसे अभ्यार्थी है, जो पेपर लीक के आरोपी है।
पुलिस के द्वारा सूची मिलने पर, आयोग ने दो मार्च को वेबसाइट पर जारी करते हुए बताया की सभी को कारण बताओ नोटिस भेजकर परीक्षाओं से डिबार करने की प्रक्रिया चल रही है।
पहले नोटिस को दो माह होने को हैं,जबकि दसूरी सूची के हिसाब से नोटिस का टाइम पीरियड एक माह को पूरा हो चुका है। इसके बावजूद पेपर लीक के आरोपी जवाब देने को तैयार नहीं हैं। जिसके कारण आयोग ने उन्हे अभी तक डिबार नही किया है।
आयोग के नियमों के हिसाब से जब तक ये 105 अभ्यर्थी आयोग की परीक्षाओं से डिबार नहीं किये जायगें। जब तक
वह परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। नौ अप्रैल को फॉरेस्ट गार्ड की परीक्षा होने जा रही है, जिस में इनके भी शामिल होने के आसार है।