अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत 26 दिसम्बर को देंगे धरना।
हरीश रावत ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि –
26 दिसंबर, 2022 को 12 बजे गांधी पार्क देहरादून में #AnkitaBhandari हत्याकांड के जुड़े हुए विभिन्न सवालों को लेकर मैं, 24 घंटे के धरने पर बैठूंगा और उस धरने पर बैठने के लिए मैं आप सबको आमंत्रित कर रहा हूं, आप चाहे 5 मिनट के लिए जुड़ें, चाहे 5 घंटे के लिए जुड़ें, दलगत भावना से ऊपर उठकर जुड़ें। मैं स्पष्ट कर दूं कि यह धरना किसी के विरुद्ध नहीं है। मेरे मन में यह भावना बैठ गई है कि यदि अंकिता के हत्यारों को दण्ड नहीं मिला जिसमें अभी तक अदृश्य वह वीआईपी भी सम्मिलित है, जिसको विशेष सेवा देने के लिए अंकिता पर दबाव डाला जा रहा था और जिसके लिए उसने प्राणों का उत्सर्ग किया है। यदि आज हम अंकिता के हत्यारों को दंडित करवाने में सफल नहीं हुए और उस वीआईपी को जो अभी भी अदृश्य है उसको कानून के शिकंजे में नहीं लाया गया तो उत्तराखंड के भविष्य के लिए एक बड़ी दु:खद घटना सिद्ध होगी। अभी राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा का बयान छपा है जिसमें उन्होंने कहा है कि नेपाल से उत्तराखंड में महिलाओं की तस्करी हो रही है और यहां भी यदा-कदा समाचार आ रहे हैं, कुछ क्षेत्रों से हमारी जवान बेटियां गायब हो रही हैं। उत्तराखंड में चार धाम यात्रा और पर्यटन की वृद्धि के साथ खुशहाली आई है। संभावनाएं बढ़ी हैं। निश्चित तौर पर लोग उन संभावनाओं का दोहन करने यहां आएंगे उद्यम लगाना चाहेंगे, उसकी दिशा स्वस्थ हो इसको सुनिश्चित करवाना हम सार्वजनिक लोगों के जीवन का कर्तव्य है और मैं समझता हूं कि अंकिता का बलिदान हमारा आवाहन् कर रहा है कि हम इस संदर्भ में अपनी एक सामाजिक एकजुटता प्रकट करें और सब लोग राजनीति और दूसरे भावों से ऊपर उठकर अंकिता के बलिदान को सार्थक करें और यह सुनिश्चित करें भविष्य में फिर कोई ऐसा वंतरा रिजॉर्ट अस्तित्व में न आए, कोई ऐसा VIP जो हमारी बेटियों की अस्मिता से खिलवाड़ करने की सोचता हो, वो उत्तराखंड आने का साहस न करें।